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बौद्धिक विकास के साथ अध्यात्मिक ज्ञान जरूरी : राज्यपाल

जागरण संवाददाता, करनाल : राज्यपाल प्रो. कप्तान ¨सह सौलंकी ने कहा कि केवल पढ़ना-लिखना ही

By Edited By: Published: Thu, 19 Jan 2017 06:04 PM (IST)Updated: Thu, 19 Jan 2017 06:04 PM (IST)
बौद्धिक विकास के साथ अध्यात्मिक ज्ञान जरूरी : राज्यपाल

जागरण संवाददाता, करनाल : राज्यपाल प्रो. कप्तान ¨सह सौलंकी ने कहा कि केवल पढ़ना-लिखना ही शिक्षा नहीं है। बल्कि संपूर्ण व्यक्तित्व के विकास के लिए शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास के साथ-साथ आध्यात्मिक ज्ञान होना जरूरी है।

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उन्होंने मधुबन मे डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल के नए भवन का लोकार्पण करने के बाद विचार व्यक्त किए। स्कूल का नया भवन मात्र 19 माह में बनकर तैयार हुआ है और इस पर करीब 9 करोड़ की लागत आई है। राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा से समुचित विकास होता है। मन बहुत ही चंचल है और शरीर आलसी। मन को संयमित करना और शरीर को अनुशासित करने से व्यक्तित्व का विकास होता है। महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस, अर¨वद, लोकमान्य तिलक, स्वामी विवेकानंद जैस महानायकों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ये सभी महानायक इसलिए बन सके क्योंकि इनके व्यक्तित्व का संपूर्ण विकास हुआ। उन्होंने कहा कि डीएवी एक विचार है जो गुलामी की मानसिकता से उबारता है। गुलामी के दौर में महर्षि दयानंद ने ऐसी शिक्षा पद्धति के लिए बीड़ा उठाया जो देश के लोगों को अपनी मिट्टी से जोड़े।

राज्यपाल ने कहा कि हरियाणा पुलिस आवास निगम द्वारा पिछले पांच वर्षो में सराहनीय कार्य किया है उसका एक उदाहरण मधुबन परिसर में नवनिर्मित डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल के नवीन भवन का लोकार्पण होना नववर्ष का सबसे बड़ा तोहफा है। डीएवी व पुलिस परिवार का शिक्षा प्रसार के लिए एकसाथ आना समाज को उज्ज्वल भविष्य की ओर अग्रसर करता है। इन विद्यालयों ने सामाजिक समरसता स्थापित करने में अपनी अहम भूमिका अदा की है। मुख्य अतिथि ने शिक्षा व खेलों में अव्वल छात्र-छात्राओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।

हरियाणा पुलिस हाउ¨सग कार्पोरेशन के प्रबंधक निदेशक बीएस संधू ने बताया कि डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल मधुबन का सेकेंडरी ¨वग का हरियाणा पुलिस आवास निगम द्वारा रिकार्ड 19 माह में 9 करोड़ की लागत से निर्माण किया गया है। इस भवन का कवर्ड ऐरिया 67405 वर्ग फुट है। यह तीन मंजिला भवन सीबीएससी के नवीनतम मानदंडों के अनुरूप है। इसमें 21 शिक्षण कक्ष, सम्मेलन कक्ष, योग कक्ष, सांस्कृतिक गतिविधि कक्ष, कंप्युटर कक्ष, भाषा लैब, विज्ञान लैब सहित पुस्तकालय, स्टाफ रूम की भी व्यवस्था है। सामान्य बच्चों के साथ दिव्यांग बच्चों की सुविधा के लिए सीढि़यों के साथ रैंप भी बनाए गए हैं। वर्तमान में 14 स्कूल अलग-अलग जिलों में चलाए जा रहें हैं। जिनमें से 13 डीएवी संस्था व 1 श्रीराम संस्था के साथ मिलकर चलाया जा रहा है। अभी 12 स्कूलों के भवन उपलब्ध हैं। आगामी दो वर्षो में 10 नए स्कूल भवनों का निर्माण किया जाएगा।

पुलिस महानिदेशक डा. केपी ¨सह कहा कि डीएवी पुलिस पब्लिक स्कूल केवल शिक्षा के केंद्र ही नहीं हैं बल्कि जनता के साथ तालमेल स्थापित करने की मुहिम का हिस्सा भी है। पुलिसकर्मियों के बच्चों के साथ आसपास के इलाके के बच्चे भी इन स्कूलों में उन्नत शिक्षा ग्रहण करते हैं।

लोकार्पण समारोह में पुलिस अकादमी मधुबन के निदेशक केके ¨सधु मुख्य अतिथि का स्वागत किया। स्कूल की प्रधानाचार्या अनीता गौतम ने धन्यवाद किया। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आलोक राय, पुलिस महानिरीक्षक नवदीप ¨सह विर्क, श्रीकांत जाधव, अनिल कुमार राव, डा. सुमन मंजरी, सुभाष यादव, पुलिस उप महानिरीक्षक शिबास कविराज, उपायुक्त मनदीप ¨सह बराड़ व पुलिस अधीक्षक जश्नदीप ¨सह रंधावा मौजूद रहे।


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