मौसम के असामान्य परिवर्तन से बढ़ी ओपीडी, वायरल ने पसारे पांव
मौसम में लगातार हो रहे बदलाव के कारण मरीजों की संख्या बढ़ गई है। लोग वायरल की चपेट में आ रहे हैं। अस्पताल मरीजों से खचाखच भरे हैं। मौसम में कभी ठंडक तो कभी गर्माहट का अहसास होता है तो कभी बरसात हो जाती है। बदलाव का यह सिलसिला कई दिनों से चल रहा है। ऐसे मौसम में खांसी, जुकाम, उल्टी-दस्त व बुखार जैसी बीमारी बढ़ रही हैं।
जागरण संवाददाता, करनाल : मौसम में लगातार हो रहे बदलाव के कारण मरीजों की संख्या बढ़ गई है। लोग वायरल की चपेट में आ रहे हैं। अस्पताल मरीजों से खचाखच भरे हैं। मौसम में कभी ठंडक तो कभी गर्माहट का अहसास होता है तो कभी बरसात हो जाती है। बदलाव का यह सिलसिला कई दिनों से चल रहा है। ऐसे मौसम में खांसी, जुकाम, उल्टी-दस्त व बुखार जैसी बीमारी बढ़ रही हैं।
चिकित्सकों के अनुसार इस मौसम में वातावरण में सूक्ष्म जीव बढ़ जाते हैं जिससे बीमारियां ज्यादा तेजी से बढ़ती है। यदि लोग सावधानियां नहीं बरतते हैं तो मौसम हानिकारक हो सकता है। अचानक मौसम बदलाव से बीमारियां पैदा हो रही है।
मेडिकल कॉलेज में ओपीडी के लिए मारामारी
कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में इन दिनों ओपीडी 2500 से पार हो चुकी है। सुबह से ही रजिस्ट्रेशन काउंटर पर मरीजों की लंबी लाइन लग जाती है। हालांकि आठ रजिस्ट्रेशन काउंटर चालू हैं, लेकिन बावजूद इसके लोगों का तांता नहीं टूटता। रजिस्ट्रेशन के बाद ओपीडी के बाहर अपनी बारी का घंटों इंतजार करना पड़ता है।
निजी अस्पतालों के साथ-साथ नागरिक अस्पताल की हालात भी ठीक नहीं
मौसम बदलाव का असर ऐसा है कि निजी अस्पतालों के साथ-साथ नागरिक अस्पताल में भी मरीजों की संख्या बढ़ गई है। 15 दिन पहले नागरिक अस्पताल में जहां 700 के आसपास ओपीडी थी वह बढ़कर एक हजार के पार हो चुकी है। चिकित्सकों ने ऐसे में मौसम में सतर्क रहने की सलाह दी है। मौसम के परिवर्तन के कारण बुखार के मरीजों में पहले के मुकाबले 10 से 20 फीसद की बढ़ोत्तरी हुई हैं। यह रहा शनिवार का तापमान
शनिवार को अधिकतम तापमान 20.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, वहीं न्यूनतम तापमान 12.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। सुबह के समय नमी की मात्रा 100 फीसद दर्ज की गई जो शाम को घटकर 80 फीसद रह गई। हवा 2.6 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चली।
केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान के मुताबिक आने वाले 24 घंटे में मौसम साफ रहेगा, लेकिन 20 फरवरी को मौसम फिर से करवट ले सकता है, क्षेत्र में बूंदाबांदी हो सकती है।
बचाव के लिए यह करें
- घर का खाना खाएं ।
- साफ व ज्यादा पानी पीएं ।
- बाजार के तले-भुने खाद्य पदार्थ से परहेज करें।
- आइसक्रीम व ठंडे पेय का प्रयोग ना करें।
- बीमार पड़ते हीं चिकित्सक की सलाह लें।
- बीमारी से बचने के लिए दवाई समय से लें।
- पानी को उबालकर पीएं। वर्जन
रामचंद मैमोरियल अस्पताल के संचालक एवं सीनियर फिजिशियन डॉ. कमल चराया ने कहा कि मौसम में परिवर्तन के कारण खांसी, जुकाम, बुखार व एलर्जी के केस सामने आ रहे हैं। बदलते मौसम में लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है।