ग्रामीणों ने पुल की रे¨लग को लेकर किया रोष प्रदर्शन
क्षेत्र के चंद्राव गांव में ग्रामीणों ने टूटी हुई पुल की रे¨लग को लेकर रोष प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि पुल की रे¨लग कई वर्षो से टूटी हुई है। जिसके लिए गांव वालों ने कई बार प्रशासन एवं संबंधित विभाग से मांग की थी, इसके साथ ही राज्यमंत्री कर्णदेव कांबोज को भी उनके दौरे के दौरान इस समस्या से अवगत कराया था, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ। ग्रामीणों ने बताया कि पुल की रे¨लग टूटी हुई होने के कारण इस पर कभी भी कोई हादसा हो सकता है। गांव से बाहर जाने के लिए 22 से 25 फीट गहरे खाले पर बने इस पुल पर दिनभर आवागमन रहता है। भारी वाहन भी यहां से गुजरते हैं। ऐसे में अगर एक साथ दो वाहन आ जाएं तो रे¨लग न होने की वजह से उनका नीचे गिरने का खतरा बना रहता है।
संवाद सूत्र, गढ़ीबीरबल : क्षेत्र के चंद्राव गांव में ग्रामीणों ने टूटी हुई पुल की रे¨लग को लेकर रोष प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि पुल की रे¨लग कई वर्षो से टूटी हुई है। जिसके लिए गांव वालों ने कई बार प्रशासन एवं संबंधित विभाग से मांग की थी, इसके साथ ही राज्यमंत्री कर्णदेव कांबोज को भी उनके दौरे के दौरान इस समस्या से अवगत कराया था, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हुआ।
ग्रामीणों ने बताया कि पुल की रे¨लग टूटी हुई होने के कारण इस पर कभी भी कोई हादसा हो सकता है। गांव से बाहर जाने के लिए 22 से 25 फीट गहरे खाले पर बने इस पुल पर दिनभर आवागमन रहता है। भारी वाहन भी यहां से गुजरते हैं। ऐसे में अगर एक साथ दो वाहन आ जाएं तो रे¨लग न होने की वजह से उनका नीचे गिरने का खतरा बना रहता है।
कई लोग हो चुके घायल
राजेंद्र गुप्ता, सुखबीर, नवल किशोर, बाबू राम, सुरेश, सचिन लीलूराम, महेंद्र पाल, ¨प्रस, गुरबख्श, गुरुदेव, कर्मपाल, प्रताप, गुरदयाल आदि ग्रामीणों ने बताया इस पुल से गिरने पर अब तक कई लोगों को गंभीर चोट लग चुकी है। पुल पर किसी प्रकार की लाइट की सुविधा भी नहीं है, इस कारण रात को यहां से गुजरना और भी खतरनाक हो जाता है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि इस पुल की रे¨लग जल्द से जल्द बनवाई जाए।