Move to Jagran APP

बागवानी विश्वविद्यालय के विरोध में उतरे ग्रामीण

अंजनथली में बन रहे बागवानी विश्वविद्यालय के विरोध में ग्रामीण महिलाओं सहित धरने पर बैठ गए हैं। उनका आरोप है कि सरकार ने 118 एकड़ जमीन लेने की एवज में वादा किया था कि गांव में बनने वाले विश्वविद्यालय का नाम माता अंजनी देवी के नाम पर रखा जाएगा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 26 Mar 2018 06:41 PM (IST)Updated: Mon, 26 Mar 2018 06:41 PM (IST)
बागवानी विश्वविद्यालय के विरोध में उतरे ग्रामीण
बागवानी विश्वविद्यालय के विरोध में उतरे ग्रामीण

संवाद सूत्र, निगदू : अंजनथली में बन रहे बागवानी विश्वविद्यालय के विरोध में ग्रामीण महिलाओं सहित धरने पर बैठ गए हैं। उनका आरोप है कि सरकार ने 118 एकड़ जमीन लेने की एवज में वादा किया था कि गांव में बनने वाले विश्वविद्यालय का नाम माता अंजनी देवी के नाम पर रखा जाएगा। इसके अलावा ग्रामीणों ने कुछ अन्य मांगें भी रखी थी जिसमें गांव के युवाओं को ग्रुप-सी में 25, ग्रुप-डी में 80 प्रतिशत कोटा दिया जाए, एडमिशन में 5 प्रतिशत सीटें दी जाएं और विश्वविद्यालय कैंपस जो मार्केट का निर्माण किया जाएगा, वह दुकानें गांव के लोगों को दी जाएं।

loksabha election banner

उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार जानबूझ कर ग्रामीणों से धोखा कर रही है। यहां के लोगों की अनदेखी कर दूसरे राज्य के लोगों को नौकरियां दी जा रही हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें 15 दिन में नहीं मानी गई तो विशेष ग्राम सभा बुलाकर सरकार को जमीन नहीं देने के बारे में प्रस्ताव पारित किया जाएगा और न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया जाएगा।

दो हजार करोड़ का प्रोजेक्ट

अंजनथली में बनने वाले बागवानी विश्वविद्यालय का प्रोजेक्ट करीब दो हजार करोड़ रुपये का है। इसके निर्माण कार्य को लेकर एक किश्त जारी हो चुकी है। इस बड़े प्रोजेक्ट में शर्तो के साथ ग्राम पंचायत ने 118 एकड़ जमीन विश्वविद्यालय को देने का फैसला किया था। जिसको लेकर अब मनमुटाव की स्थिति पैदा हो गई है।

शिलान्यास स्थल पर प्रदर्शन

पूर्व सरपंच सुमन के पति सुरेश कुमार बबली ने सैकड़ों ग्रामीणों के साथ शिलान्यास स्थल पर जाकर धरना प्रदर्शन किया और सरकार खिलाफ नारेबाजी की। उनके साथ महिला प्रधान संतोष व बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद रही। प्रदर्शन के बाद बबली की अगुवाई में ग्रामीणों ने नीलोखेड़ी में मार्च निकाला। इसके बाद उन्होंने करनाल जाकर एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा।

बुलाई जाएगी ग्राम सभा की बैठक

अंजनथली के सरपंच राजपाल का कहना है कि यदि सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना तो जमीन वापस मांगने के मुद्दे पर विचार करने के लिए ग्राम सभा की बैठक बुलाई जाएगी। वर्जन

नीलोखेड़ी के विधायक भगवानदास कबीरपंथी ने कहा कि ग्रामीणों के प्रदर्शन के बारे में कोई जानकारी नहीं है। ग्रामीणों की सभी मांगें मान ली गई हैं। जब सरपंच आएंगे तो उसे सरकार द्वारा जारी पत्र दे दिया जाएगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.