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बदमाश बेखौफ, मां-बेटे व नौकरानी को बंधक बना एक घंटे तक घर का कोना-कोना खंगाला

बदमाश कितने बेखौफ हो चुके हैं यह उन्होंने बुढाखेड़ा गांव में स्कूल संचालिका हरविद्र कौर के घर लूट की वारदात से साबित कर दिया है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 26 Jan 2020 07:30 AM (IST)Updated: Sun, 26 Jan 2020 07:30 AM (IST)
बदमाश बेखौफ, मां-बेटे व नौकरानी को बंधक बना एक घंटे तक घर का कोना-कोना खंगाला
बदमाश बेखौफ, मां-बेटे व नौकरानी को बंधक बना एक घंटे तक घर का कोना-कोना खंगाला

सेवा सिंह, करनाल

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बदमाश कितने बेखौफ हो चुके हैं, यह उन्होंने बुढाखेड़ा गांव में स्कूल संचालिका हरविद्र कौर के घर लूट की वारदात से साबित कर दिया है। सुबह भरपूर चहल-पहल के बावजूद गांव की मुख्य गली में स्थित घर में सुबह 7:55 बजे इत्मीनान से घुसे बदमाश मां-बेटे और नौकरानी को गन प्वाइंट पर बंधक बनाकर घंटे भर तक कोना-कोना खंगालते रहे। इसी बीच उन्होंने मंदीप कौर को धमकी दी कि शोर मचाया तो बेटी को मार देंगे और बेटे को उठा लेंगे। नौकरानी को धमकी दी कि बाहर खेल रहे बच्चों को मार देंगे। इसी बीच स्कूल से पहले एक छात्र कुछ कागजात देने पहुंचा तो गेट पर गन लिए खड़े एक बदमाश ने उसे भी बैरंग लौटा दिया और फिर एक अन्य कर्मचारी को भी वापस भेज दिया। धड़ल्ले से सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने के बाद वे जाते समय नौकर को भी धमकी दे गए। योजनाबद्ध तरीके से आए बदमाश अपने ही बैग में करीब साढ़े तीन लाख रुपये, 45 तोले सोने के जेवरात और एक मोबाइल लूट ले गए। सूचना पर पहुंची पुलिस देर रात तक बदमाशों को जल्द काबू कर लेने का दावा करती रही।

बदमाशों को थी पूरी जानकारी, रेकी की आशंका

पीड़ित के स्वजन गुरप्रीत भिड और मंजीत कौर के भाई रविद्र ने बताया कि बदमाशों को घर के बारे में पूरी जानकारी थी और उन्होंने पहले रेकी कर इस वारदात को अंजाम दिया है। शायद यही कारण है कि वे अपने इरादों में सफल भी हो गए। वारदात से कुछ समय पहले ही रोज की तरह हरविद्र कौर घर से कुछ कदम दूरी पर स्थित अपने स्कूल गई थीं। उनकी पुत्रवधू मंदीप कौर घर पर थीं, जो स्कूल जाने को तैयार 12 वर्षीय बेटे अस्मत के लिए नाश्ता तैयार कर रही थीं। बेटी अनाद कुछ समय पहले ही स्कूल में परीक्षा देने गई थी। नौकरानी भी अपने काम में लगी थी। तभी स्पलेंडर बाइक पर टोपी, मफलर आदि डालकर आए बदमाशों ने 7:55 बजे घर में घुसते ही खुद को सीआइडी कर्मी बताया और कहा कि घर की तलाशी लेनी है। इसके बाद धड़ल्ले से वारदात को अंजाम दिया और 8:45 बजे बेखौफ अंदाज में फरार हो गए। वे अपने साथ बैग भी लाए हुए थे, जिसमें जेवरात, नकदी और मोबाइल ले गए।

गेट पर खड़े बदमाश ने छात्र और कर्मी को बैरंग लौटाया

स्कूल से एक छात्र घर पर कुछ कागजात देने आया, जिससे गेट पर खड़े बदमाश ने कागजात लेने चाहे। छात्र ने मना किया तो उसे लौटा दिया गया। फिर एक कर्मी वही कागजात लेकर पहुंचा तो बदमाश ने उससे भी यह लेने चाहा। कर्मी ने भी स्वजनों को ही कागजात देने को कहा तो बदमाश ने खुद को रिश्तेदार बताया। इसके बाद कर्मी लौट गया तो उन्होंने बाहर निकल स्कूल संचालक हरविद्र कौर को घर पर रिश्तेदार होने की सूचना दी। इससे हरविद्र कौर को कुछ आशंका हुई और उन्होंने दूसरे स्टाफ घर भेजे, लेकिन तब तक बदमाश वारदात को अंजाम देकर जा चुके थे। इसके बाद सूचना मिलने पर पहुंचे कुंजपुरा मार्केट कमेटी के चेयरमैन ईलम सिंह ने एसपी एसएस भौरिया को सूचना दी।

पति और बेटे की हो चुकी है मौत

गुरप्रीत भिडर ने बताया कि उनके ताऊ एडवोकेट परमजीत सिंह की करीब दो साल पहले ही मौत हो चुकी है और ताई हरविद्र कौर ही स्कूल का संचालन कर रही है। उनके बेटे अभिजीत की भी करीब आठ साल पहले हार्ट अटैक से मौत हो चुकी है, जिनके बाद अभिजीत की पत्नी मंदीप कौर ही बच्चों को संभाल रही थीं। ऐसे हालात में लूट की वारदात से हर कोई सन्न रह गया।

पुलिस ने खंगाले गली में लगे सीसीटीवी कैमरे

पुलिस ने वारदात की सूचना मिलते ही नाकेबंदी की, लेकिन बदमाशों का देर रात तक भी सुराग नहीं लग पाया। पुलिस ने गली में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो बंद कमरे से गन प्वाइंट पर लिए गए तीनों पीड़ितों से पूरे घटनाक्रम की जानकारी भी ली। डीएसपी राजीव कुमार ने दावा किया कि बदमाशों को जल्द काबू कर लिया जाएगा।

बॉक्स

ग्रामीण बोले : अपराध का गढ़ बन रहा कुंजपुरा रोड, पुलिस बेबस

स्कूल संचालिका के घर दिनदहाड़े लूट की वारदात की सूचना मिलने पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। उनमें गहरा रोष भी बना हुआ था। वे बार-बार यही कहते रहे वाह री करनाल पुलिस। अपराध बढ़ते जा रहे हैं और पुलिस केवल दावों तक ही सिमट कर रह गई है। कंजुपुरा रोड वारदातों को गढ़ बन चुका है। पिछले छह माह के दौरान हीं लूट की चार बड़ी वारदातें हो चुकी हैं। ये वारदातें आइटीआइ चौक से हवाई पट्टी तक ही हुई हैं, लेकिन पुलिस अब तक कुछ नहीं कर पाई है। अब पुलिस बदमाशों के आगे बेबस दिखाई देने लगी है।

इन बड़ी वारदातों में भी पुलिस के हाथ खाली

केस एक

पूर्व मंत्री सुरजीत मान के नेवल हवाई पट्टी के समीप स्थित घर से 6 सितंबर को पांच से छह बदमाशों ने दिनदहाड़े लाखों की लूट की थी। खुद को सीआइए स्टाफ बताकर घर में घुसे बदमाशों ने लाखों के जेवरात सहित नकदी भी घर में महिलाओं व नौकर को बंधक बनाकर लूट ली थी। उन्होंने पूरी तरह योजनाबद्व तरीके से वारदात को अंजाम दिया था। इससे पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। मौके पर एसपी एसएस भौरिया भी पहुंचे थे और भरोसा दिया था कि बदमाशों को जल्द काबू कर लिया जाएगा, लेकिन आज तक भी पुलिस के हाथ खाली हैं। बता दें कि सुरजीत मान का यह घर बुढाखेड़ा गांव से ही कुछ आगे कुंजपुरा रोड पर ही स्थित है। केस दो

आइटीआइ चौक पर ही लूटे थे छह लाख

बुढाखेड़ा गांव वासी ऋषिपाल जमीन की रजिस्ट्री कराने के चलते 26 जून को छह लाख की नकदी लेकर करनाल की ओर आ रहा था। आइटीआइ चौक के समीप बाइक सवार दो बदमाशों ने उससे यह नकदी लूट ली थी और फरार हो गए थे। उस समय भी पुलिस ने नाकेबंदी करते हुए बदमाशों को जल्द काबू करने के दावे किए थे। पीड़ित ऋषिपाल के अनुसार बदमाश सीसीटीवी फुटेज में भी साफ दिखाई दे रहे थे, लेकिन आज तक पुलिस उन्हें काबू नहीं कर पाई। वह डीजीपी से लेकर सीएम और पीएम को भी गुहार लगा चुके हैं।

इन वारदातों में भी पुलिस बेबस

निसिग से करीब एक माह पहले ही बदमाश 22 लाख रुपये से भरा एटीएम उखाड़ ले गए थे, जबकि इससे 38 दिन पहले भी निसिग के ही सांभली गांव के बस अड्डे के समीप से भी बदमाशों ने नकदी सहित एटीएम उखाड़ लिया था। इन वारदातों में भी पुलिस के हाथ खाली हैं।


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