क्षुब्ध सरपंचों ने फूंका मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ का पुतला
मुख्यमंत्री की ओर से सरपंचों की मांगों को ठुकरा दिए जाने के बाद सरपंच एसोसिएशन ने रोष जताया। उनका आरोप है कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश के पंचों का अपमान करके हरियाणवी अतिथि सत्कार वाली परंपरा पर कलंक लगा दिया है।
संवाद सूत्र, जुंडला : मुख्यमंत्री की ओर से सरपंचों की मांगों को ठुकरा दिए जाने के बाद सरपंच एसोसिएशन ने रोष जताया। उनका आरोप है कि मुख्यमंत्री ने प्रदेश के पंचों का अपमान करके हरियाणवी अतिथि सत्कार वाली परंपरा पर कलंक लगा दिया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल व प्रदेश के विकास एंव पंचायत विभाग के मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ द्वारा दो टूक शब्दों में सभी मांगें नकार दिए जाने से खफा सरपंचों ने चिड़ाव मोड़ के समीप सरपंच एसोसिएशन करनाल के अध्यक्ष प्रवीन नरवाल की अगुवाई में एकत्रित होकर धनखड़ का पुतला फूंका। सरपंच एसोसिएशन ने एक अप्रैल को करनाल में प्रदेश स्तरीय आपात बैठक भी बुलाई है।
नरवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने चंडीगढ़ स्थित अपने सरकारी आवास पर बुला कर सरपंचों की मांगों को मानने के बजाय उनका अनादर किया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल और ओमप्रकाश धनखड़ ने इस तरह का व्यवहार कर अपनी नैतिकता खत्म कर ली है। दोनों को अपने पदों से तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए।
नरवाल ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार अब आर-पार का आंदोलन झेलने के लिए तैयार रहे। सरपंच आंदोलन से कदम पीछे नहीं हटाएंगे। इस अवसर पर कृष्ण लाल मंजूरा, मेहर ¨सह जुंडला, सुखबीर जाणी, नरेश हथलाना, मेघराज मोंतिया, पंकज बीड़ डढ़ारी, प्रदीप बस्तली, रामकिशन बजीदा रोड़ान, रमेश प्रेम खेड़ा, रघबीर ¨सह जरीफाबाद आदि मौजूद रहे।