बाल श्रमिकों से काम न कराएं व्यापारी : उमेश चानना
बच्चे किसी देश या समाज की महत्वपूर्ण संपत्ति होते हैं। जिनकी समुचित सुरक्षा पालन-पोषण शिक्षा एवं विकास का दायित्व भी राष्ट्र और समुदाय का होता हैं।
जागरण संवाददाता, करनाल
बच्चे किसी देश या समाज की महत्वपूर्ण संपत्ति होते हैं। जिनकी समुचित सुरक्षा, पालन-पोषण, शिक्षा एवं विकास का दायित्व भी राष्ट्र और समुदाय का होता हैं। कालांतर में यही बच्चे देश के निर्माण और राष्ट्र के उत्थान के आधार स्तंभ बनते हैं। एक ओर बाल कल्याण से संबंधित कई विषयों पर विश्व जनमत गंभीरता से सोच रहा है। दूसरी ओर बाल श्रमिकों की समस्या भी तेजी से पनप रही है। यह बात जिला बाल कल्याण समिति के चेयरमैन उमेश चानना ने सेक्टर-16 गवर्नमेंट पॉली क्लीनिक में खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता सुधार के लिए आयोजित ट्रेनिग व सर्टिफिकेशन प्रोग्राम में बतौर मुख्यातिथि कही। उमेश चानना ने खाद्य व्यापारियों को संबोधित करते हुए कहा कि बाल श्रम गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है, इसलिए कोई भी व्यापारी अपने प्रतिष्ठान में बाल श्रमिकों को न रखे। ऐसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। व्यापारियों ने आश्वासन दिया कि वे बाल श्रमिकों से काम नहीं लेंगे। उमेश चानना ने कहा कि ऐसे प्रतिष्ठानों को चिन्हित किया जा रहा है, उनके यहां छापामारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि बच्चे चाय की दुकानों, ढाबों तथा रेस्टोरेंट एवं घरेलू कार्यों में लगे हुए हैं एवं गुलामों जैसा जीवन जी रहे हैं । बच्चे संकट तथा कष्ट के दौर से गुजर रहे हैं।
रविवार को भी करा सकते हैं रजिस्ट्रेशन
ट्रेनिग और सर्टिफिकेट के लिए सेक्टर 16 स्थित गवर्नमेंट पॉली क्लीनिक के ग्राउंड फ्लोर पर यह व्यवस्था की गई है। सप्ताह में सातों दिन कार्यालय खुला रहेगा। व्यापारी किसी भी दिन यहां आकर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।