करनाल नगर निगम को बरसात में याद आया सीवरेज लाइन का काम
सेक्टर-13 में अमरूत योजना के तहत बिछाई जा रही सीवरेज लाइन की धीमी चाल व पाइपों की क्वालिटी को लेकर विरोध में उतरे लोगों ने धरना भले ही उठा लिया हो लेकिन उनका गुस्सा शांत नहीं हुआ।
जागरण संवाददाता, करनाल : सेक्टर-13 में अमरूत योजना के तहत बिछाई जा रही सीवरेज लाइन की धीमी चाल व पाइपों की क्वालिटी को लेकर विरोध में उतरे लोगों ने धरना भले ही उठा लिया हो, लेकिन उनका गुस्सा शांत नहीं हुआ। शनिवार को दैनिक जागरण ने स्थानीय लोगों से बातचीत की तो उनको गुस्सा सामने आया। उन्होंने कहा कि यह काम दिसंबर 2018 तक पूरा हो जाना चाहिए था, तो फिर क्या लोगों को तंग करने के लिए बरसात का इंतजार किया जा रहा था। निगम अधिकारी लापरवाह के साथ भ्रष्ट भी हैं, क्योंकि लापरवाही के मामले में अभी तक कांट्रेक्टर के खिलाफ भी कोई कार्यवाही नहीं हुई। निगम की कार्यप्रणाली इतनी ढीली है कि गड्ढे खोदकर लोगों को परेशान होने के लिए छोड़ दिया गया। जब लोग लामबंद होने लगे तो ही काम शुरू हो पाया।
अब काम बंद हुआ तो होगा आंदोलन
एडवोकेट राजेश शर्मा ने कहा कि सेक्टर-13 में सीवरेज लाइन के काम को कभी बंद कर दिया गया तो कभी शुरू कर दिया गया। बस अब बहुत हो गया। निगम अधिकारियों की मनमर्जी नहीं चलने देंगे। काम बंद किया तो निगम को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। लोगों में गुस्सा है, बड़ा जन आंदोलन कर सकते हैं।
सेक्टर-13 निवासी दविद्र वधवा ने कहा कि सेक्टरों को नगर निगम को जब सौंपा गया था, लोगों को उम्मीद थी कि हुडा से अच्छी सुविधाएं मिलेंगी। लेकिन हुआ इसके उलट। लोगों को जनसुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं। निगम की कार्यप्रणाली से लोग संतुष्ट नहीं हैं।
स्थानीय निवासी संजय शर्मा ने कहा कि यह घोर लापरवाही है। यदि निगम अधिकारी चुस्त होते तो यह हालात सेक्टर-13 के नहीं होते। ठेकेदार समय पर काम नहीं कर रहा है तो उसके खिलाफ एक्शन क्यों नहीं लिया गया यह बड़ा सवाल है।
स्थानीय निवासी अरूण चौधरी ने कहा कि लापरवाह ठेकेदार का ठेका रद्द होना चाहिए। सेक्टर में हर घर के सामने गड्ढे खोदकर छोड़ दिए हैं, यह कहां का नियम है। नगर निगम की अंधेरगर्दी ने लोगों को परेशानी में लाकर खड़ा कर दिया है।
स्थानीय निवासी अंजू चौधरी ने कहा कि नगर निगम की ओर से सीवरेज लाइन का काम कभी शुरू कर दिया गया तो कभी छोड़ दिया गया। अधिकारियों ने मॉनीटर नहीं किया, जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है। बरसात में लोगों का घरों से बाहर निकलना दुभर हो गया है।
स्थानीय निवासी संजीव ने कहा कि नगर निगम में शायद ही ऐसा कोई काम हो जो समय पर पूरा किया गया हो। हर काम में देरी होती है। ठेकेदार लापरवाही कर रहे हैं, अधिकारी मौज कर रहे हैं, किसी को कोई चिता नहीं है, लोगों को जागरूक होना होगा, अपनी आवाज को उठाना होगा।