जनता के दिलों की जीतना असली कुश्ती : मुख्यमंत्री
70वें राज्यस्तरीय वार्षिक कुश्ती दंगल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जिन पहलवानों ने जनता का दिल जीत लिया वही असली विजेता है। वह चाहे खेल हो या राजनीति। उन्होंने कहा कि बेईमानी की जीत से साख नहीं बढ़ती, ईमानदारी की जीत आगे बढ़ाती है।
जागरण संवाददाता, करनाल : 70वें राज्यस्तरीय वार्षिक कुश्ती दंगल में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि जिन पहलवानों ने जनता का दिल जीत लिया वही असली विजेता है। वह चाहे खेल हो या राजनीति। उन्होंने कहा कि बेईमानी की जीत से साख नहीं बढ़ती, ईमानदारी की जीत आगे बढ़ाती है।
रामलीला मैदान में रविवार को श्री जगदम्बा देवी पंखा दंगल कमेटी की ओर से आयोजित तीन दिवसीय कुश्ती दंगल का समापन हुआ।
मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री ने कहा कि करनाल शहर में करीब 70-80 वर्षों से जगदम्बा देवी कमेटी इस कमेटी की ओर से दंगल चल रहा है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक भी कुश्ती जैसा दंगल है, जिस प्रकार कुश्ती में खिलाड़ी अपना दांव खेलता है, उसी प्रकार हर पांच साल में राजनीति के दंगल में भी नेता अपना दांव खेलते हैं, लेकिन सही जीत उसे ही प्राप्त होती है, जिसने सिस्टम में बदलाव लाकर जनता का मन जीता हो।
कमेटी के प्रधान रामधन कांबोज ने मुख्यमंत्री को पगड़ी बांध कर सम्मान दिया। इस मौके पर डीसी डा. आदित्य दहिया, एसपी सुरेंद्र भोरिया, एसडीएम नरेंद्र पाल मलिक, नगर निगम आयुक्त राजीव मेहता के अलावा ओएसडी अमरेंद्र ¨सह, भाजपा के जिलाध्यक्ष जगमोहन आंनद, जिला महामंत्री योगेन्द्र राणा, सीमा गुप्ता, उप-प्रधान नीरज गुप्ता, शमशेर नैन, नीरज गुप्ता, रामकिशन, रामपाल नंबरदार, कुसुमलता, पूर्व पार्षद नरेंद्र पंडित सहित समाजसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।
सरकार ने बनाई बेहतर खेल नीति
मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलों के क्षेत्र में हरियाणा ने अपनी अलग पहचान बना ली है। प्रदेश सरकार द्वारा खेलों को बढ़ावा देने के लिए बेहतर खेल नीति बनाई है, जिसके तहत खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। हाल ही में इंडोनेशिया में आयोजित एशियन गेम्स-2018 में हरियाणा के खिलाड़ियों ने 18 मेडल प्राप्त किए जबकि पूरे देश के खिलाड़ियों ने 69 मेडल प्राप्त किए थे। इन खेलों में हरियाणा के खिलाड़ियों ने 6 स्वर्ण, 5 रजत और 7 कांस्य पदक हासिल किए। हरियाणा सरकार द्वारा नई खेल नीति के तहत एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक विजेता को 3 करोड़, रजत पदक विजेता को 1 करोड़ 50 लाख, कांस्य पदक विजेता को 75 लाख रुपये की राशि पुरस्कार के रूप में दी जाती है।