पानीपत में सब्जी विक्रेता की हत्या: पीड़ितों का एलान, जब तक ठोस कार्रवाई नहीं तब तक नहीं उठाएंगे शव
पानीपत की सब्जी मंडी में सब्जी खरीदने पर वीरवार को हुए विवाद में कर्मबीर की मौत पर शुक्रवार को पीड़ित परिवार ने कल्पना चावला मेडिकल कालेज में दिनभर बवाल काटा।
जागरण संवाददाता करनाल : पानीपत की सब्जी मंडी में सब्जी खरीदने पर वीरवार को हुए विवाद में कर्मबीर की मौत पर शुक्रवार को पीड़ित परिवार ने कल्पना चावला मेडिकल कालेज में दिनभर बवाल काटा। परिजन सुबह दस बजे ही कॉलेज आ गए और शाम तक प्रदर्शन किया। परिजनों का आरोप है कि मंडी में मौके पर एक सिपाही खड़ा था, वह बार-बार उससे मदद की गुहार करते रहे। लेकिन उसने मदद के बजाय उन्हें चौकी में भेज दिया। जब तक वह वापस आए, तब तक आरोपितों ने कर्मबीर को इतना मारा की उसकी मौत हो गई। उनकी मांग है कि अब पुलिस सबसे पहले उस सिपाही पर सख्त कार्रवाई करे। इसके साथ ही आरोपित आढ़ती सतीश और उसके मुनीम जोनी के खिलाफ भी कड़ी कानूनी कार्रवाई करे। इसके बाद ही शव को कॉलेज से उठाएंगे। ध्यान रहे कर्मबीर को पानीपत से गंभीर हालत में कल्पना चावला मेडिकल कालेज में लाया गया था। यहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
दिनभर पुलिस की अटकी रही सांस
कुराड़ निवासी कर्मबीर के परिजनों ने 60-70 लोगों के साथ बृहस्पतिवार को रोष जताया। पीडि़तों ने पानीपत पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया। उनका कहना था कि पुलिस की लापरवाही की वजह से ही कर्मबीर की जान गई है। उनका कहना है कि अभी भी पुलिस मामले को दबाने में ही लगी हुई है। उनकी मांग है कि इस मामले की जांच स्पेशल टीम से कराई जाए। जिससे उन्हें इंसाफ मिल सके। इधर, परिजनों की मांग से करनाल पुलिस की दिन भर सांस अटकी रही। पुलिस परिजनों को समझाने में लगी रही। लेकिन वह अपनी मांग अड़े रहे। उन्होंने चेतावनी दी कि शनिवार को वह बड़ी संख्या में आकर कॉलेज का घेराव करेंगे।
घर में इकलौता कमाने वाला था कर्मबीर
कर्मबीर घर में इकलौता कमाने वाला था। मृतक की पत्नी रोशनी ने कहा कि उनके पति फड़ी लगाकर परिवार का गुजर बसर कर रहे थे। उनके पास एक पुत्र और दो पुत्रियां हैं। तीनों बच्चे अभी छोटे हैं। कर्मबीर की हत्या से उनके परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट गया है।
ये है मामला
मृतक के भाई रोहताश ने बताया कि गांव कुराड़ निवासी 35 वर्षीय कर्मबीर पानीपत की सब्जी मंडी में सब्जी बेचने का काम करता था। वीरवार को उसकी सब्जी मंडी में आढ़ती के मुनीम से कहासुनी हो गई थी जिसके बाद आढ़ती और मुनीम उसे पीटने लगे। पास में ही अपनी दुकान लगाए उनके बड़े भाई रणधीर ने बीच बचाव किया। आरोपितों ने उन्हें भी मारना शुरू कर दी। रणधीर ने सब्जी मंडी के बाहर खड़े पुलिसकर्मी को घटना की जानकारी दी तो पुलिस कर्मी ने बलजीत नगर नाका चौकी भेज दिया। जब तक वह पुलिस को लेकर वापस आया उसके भाई को गंभीर रूप से घायल कर दिया गया। घायल को सामान्य अस्पताल ले जाया गया जिसमें घायल को प्राथमिक उपचार देने के बाद उसे करनाल कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कालेज लाया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।