यमुना व गंगा का संगम सबसे उत्तम : चेतन देव
जागरण संवाददाता, करनाल उत्तम औषधालय के प्रांगण में चल रही कथा के अंतर्गत शुक्रवार को वैद्य देवेंद्र बतरा, दर्शना बतरा और मानव बतरा ने यज्ञ किया। पंडित चेतन देव शर्मा ने कथा करते हुए कहा नारद जी कहने लगे, हे राजन कार्तिक शुक्ला दूज को यम द्वितीया कहते हैं। इस दिन यमुना जी में स्नान करके यमराज का पूजन करते हैं। इस द्वितीया को भैया दूज भी कहते हैं।
जागरण संवाददाता, करनाल
उत्तम औषधालय के प्रांगण में चल रही कथा के अंतर्गत शुक्रवार को वैद्य देवेंद्र बतरा, दर्शना बतरा और मानव बतरा ने यज्ञ किया। पंडित चेतन देव शर्मा ने कथा करते हुए कहा नारद जी कहने लगे, हे राजन कार्तिक शुक्ला दूज को यम द्वितीया कहते हैं। इस दिन यमुना जी में स्नान करके यमराज का पूजन करते हैं। इस द्वितीया को भैया दूज भी कहते हैं। इस दिन भाई अपने घर भोजन नहीं करे। अपनी बहन न हो तो गुरु की कन्या भी बहन के समान होती है। इसलिए उसे ही बहन माने। उस दिन बहन अपने भाई का तिलक करके भोजन कराएं। भाई भी अपनी श्रद्धा अनुसार दक्षिणा दें।
राजन सब क्षेत्रों से उत्तम गंगा और यमुना संगम है, जिसमें स्नानादि करने
की ब्रह्मा देवता भी इच्छा करते हैं। गंगा के मात्र स्मरण से मनुष्य के अनेक पाप नष्ट हो जाते हैं। गंगाजी में स्नान करने से मनुष्य के पाप नाश होकर कई कुल परमपद को प्राप्त हो जाते हैं। गंगा स्नान की अभिलाषा करने से मनुष्य अनेक जन्म के पापों से मुक्त हो जाता है। यह समस्त संसार मायारूपी बंधन में बंधा है, मगर गंगा इस मायारूपी बंधन को काटने वाली है। गोदावर, कृष्णा, रेवा, अमरवती, ताम्रपणी, सरयू आदि सब तीर्थ गंगा में स्थित हैं। काशी क्षेत्र भी सब क्षेत्र में उत्तम है, जहां देवता वास करते हैं। जो अपने कानों से काशी क्षेत्र की कथा सुनता है जीवन मुक्त हो जाते हैं, यदि सुबह के समय कोई काशी क्षेत्र का स्मरण करता है तो वह भी मोक्ष को प्राप्त हो जाता है। इसके बाद आरती की गई और प्रसाद वितरित किया गया।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सुभाष गुरेजा, सुभाष वधावन, भारत भूषण, डॉ. दीनानाथ, सतीश सागर, चंद्रमोहन शर्मा, कृष्ण लाल सैनी, हरीश परूथी, भूपेंद्र पटरेजा, प्रदीप कुमार, हर्ष, संजय, राजिन्द्र, राकेश गौतम, राजेश चावला, रमेश पाल, रमा लाठर, अशोक पोपली, राज ग्रोवर और रामप्रकाश मौजूद रहे।