गन्ने की एक-एक पोरी लेंगीं चीनी मिलें : मनीष ग्रोवर
संवाद सहयोगी, असंध हैफेड चीनी मिल असंध के गन्ना पेराई सत्र 2018-19 का शुभारंभ सहकारिता मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर ने किया। मंत्री ने कहा कि चीनी मिलों की क्षमता कम होने के बावजूद प्रदेश के किसानों का गन्ना चीनी मिलों ने खेत में नहीं रहने दिया। इसके परिणामस्वरूप पिछले वर्ष चीनी मिलों की ओर से 500 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की गई, जोकि अब तक का एक रिकार्ड है और चालू सीजन में भी किसानों के गन्ने की एक-एक पोरी की खरीदारी होगी।
संवाद सहयोगी, असंध
हैफेड चीनी मिल असंध के गन्ना पेराई सत्र 2018-19 का शुभारंभ सहकारिता मंत्री मनीष कुमार ग्रोवर ने किया। मंत्री ने कहा कि चीनी मिलों की क्षमता कम होने के बावजूद प्रदेश के किसानों का गन्ना चीनी मिलों ने खेत में नहीं रहने दिया। इसके परिणामस्वरूप पिछले वर्ष चीनी मिलों की ओर से 500 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की गई, जोकि अब तक का एक रिकार्ड है और चालू सीजन में भी किसानों के गन्ने की एक-एक पोरी की खरीदारी होगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार किसान हितैषी सरकार है, मिलों को घाटा होने के उपरांत भी किसानों की जेब खाली नहीं रहने दी, समय पर गन्ने की पेमेंट की अदायगी की, इतना ही नहीं प्रदेश के किसानों को देश में सर्वाधिक भाव दिया है जबकि पिछली सरकरों में केवल वायदे किए जाते थे लेकिन वर्तमान केंद्र व हरियाणा सरकार ने किसानों की भलाई का संकल्प लिया है कि किसान खुशहाल व समृद्ध बने। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सभी चीनी मिलों की क्षमता बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सहकारिता विभाग को एक हजार करोड़ रुपये की राशि जारी की है। इस राशि से सभी 11 चीनी मिलों की क्षमता बढ़ाने का कार्य जारी है।
असंध विधायक बख्शीश ¨सह विर्क ने कहा कि प्रदेश की सभी चीनी मिलों में गन्ना पिराई का शुभारंभ सबसे पहले असंध की चीनी मिला का हुआ है। यह इस बात का संकेत है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल असंध के लोगों से कितना प्यार करते हैं। इस मिल की स्थापना होने से यहां के किसानों को काफी फायदा मिला है। सबसे पहले गन्ना लाने वाले किसानों का सम्मान
सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर ने सर्वप्रथम गन्ने की ट्रॉली मिल में लेकर आने वाले किसान दीपक गांव आदियाना और द्वितीय स्थान रामशरण सुपुत्र गांव जय¨सहपुरा को सम्मानित किया। इसी प्रकार सर्वाधिक अगेती किस्म की गन्ना सप्लाई करने के लिए धर्मबीर लहरी गांव आदियाना और सतेंद्र गांव गगसीना के किसान को प्रोत्साहन पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।