मेडिकल कॉलेज में मरीजों को बेहतर व्यवस्था देने का प्रयास : डॉ. हिमांशु मदान
कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज की नवनियुक्त कार्यकारी निदेशक डॉ. हिमांशु मदान ने कहा कि मरीजों को बेहतर व्यवस्था देना हमारी प्राथमिकता रहेगी। इसके लिए चिकित्सकों की कमी पूरी की जाएगी। इस दिशा में प्रयास तेज कर दिए हैं।
जागरण संवाददाता, करनाल
कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज की नवनियुक्त कार्यकारी निदेशक डॉ. हिमांशु मदान ने कहा कि मरीजों को बेहतर व्यवस्था देना हमारी प्राथमिकता रहेगी। इसके लिए चिकित्सकों की कमी पूरी की जाएगी। इस दिशा में प्रयास तेज कर दिए हैं। मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया की गाइडलाइन के अनुसार 18 प्रतिशत डॉक्टर्स की कमी है। एक हजार की ओपीडी के अनुसार यह कमी है। हालांकि कॉलेज में ओपीडी 2500 से अधिक रोजाना होती है। वह बुधवार को पत्रकारों से बातचीत कर रही थी।
डॉ. हिमांशु मदान ने कहा कि रेगुलर डॉक्टर्स और डेमोंस्ट्रेटर को मिलाकर कॉलेज में 90 का स्टाफ है जबकि जरूरत 108 की है। चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि दूसरा सबसे बड़ा चैलेंज यह है कि मरीजों और उनके अटेंडेंट में कॉलेज में मिलने वाले इलाज के प्रति विश्वास कैसे पैदा किया जाए। हमें इस तरह का फीडबैक भी मिला है कि मेडिकल कॉलेज को रेफरल सेंटर करते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। हमारी निगरानी अक्सर रहती है कि कोई भी मरीज बिना ठोस कारण के रेफर ना हो। मरीजों में विश्वास की भावना कैसे पैदा की जाए इसके लिए काम किया जा रहा है। लोगों के अच्छा इलाज देने की दिशा में प्रयास किया जाएगा। मरीजों की वेटिग घटाने के लिए कर रहे काम
कार्यकारी निदेशक डॉ. हिमांशु ने कहा कि मरीजों को रजिस्ट्रेशन से लेकर ओपीडी में चेकअप कराने तक काफी समय लग जाता है। इस इंतजार को कैसे छोटा किया जाए, इसके लिए प्लानिग की जा रही है। मेडिकल काउंसिल आफ इंडिया की गाइडलाइन के अनुसार हमारे पास ओपीडी रजिस्ट्रेशन के 12 काउंटर हैं, इसलिए भीड़ अधिक हो जाती है। ऐसे में प्लानिग की जा रही है कि काउंटरों की संख्या को कैसे बढ़ाया जाए। काउंटर बढ़ जाने के बाद रजिस्ट्रेशन के लिए ज्यादा लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। चार सुपर स्पेशलिटी डॉक्टर्स जल्द मिलेंगे
कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज को जल्द चार सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स जिसमें न्यूरोलॉजिस्ट, न्यूरो सर्जन कार्डियोलॉजिस्ट व नेफ्रोलॉजिस्ट मिलेंगे। इसके लिए मंजूरी मिल चुकी है। इन चिकित्सकों के आने के बाद मरीज रेफर होने का सिलसिला कम होगा। मल्टी ट्रॉमा फैसिलिटी मरीजों को यहीं पर मिल जाएगी। मरीजों के लिए क्या बेहतर से बेहतर हो सकता है इसके लिए काम किया जा रहा है। इस मौके पर उनके साथ डीएमएस डॉ. अशोक जागलान, डॉ. गुलशन गर्ग, डॉ. जयंत मौजूद रहे।