बरसात में छत टूटी, खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर बीपीएल परिवार
मौजूदा सरकार गरीब परिवारों को पक्के मकान बनाने व अन्य सुविधाएं देने के लिए ढिढोरा एवं घोषणा कर रही है। अधिकारियों की अनदेखी के चलते कुछ परिवार बरसात में खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं। गांव सीतामाई के डकौत डेरे में बीपीएल परिवार मजदूरी करके मिट्टी के कच्चे मकान में अपना निर्वाह कर रहा है।
संवाद सूत्र, निगदू : मौजूदा सरकार गरीब परिवारों को पक्के मकान बनाने व अन्य सुविधाएं देने के लिए घोषणा कर रही है। पर अधिकारियों की अनदेखी के चलते कुछ परिवार बरसात में खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर हैं। गांव सीतामाई के डकौत डेरे में बीपीएल परिवार मजदूरी करके मिट्टी के कच्चे मकान में अपना निर्वाह कर रहा है। पिछले सप्ताह बरसात में परिवार का मकान गिर गया। परिवार ने सामान को बाहर आंगन में रखा, जहां तेज बरसात व धूप में वह भी मिट्टी में मिल रहा है। परिवार के मुखिया गुरप्रीत सिंह ने बताया कि वह मजदूरी करके अपने परिवार का पेट भर रहा है। 14 जुलाई को तेज आंधी व बरसात में उसका कच्चा मकान ढह गया था। जगह न होने से सामान खुले आसमान के नीचे पड़ा है। पक्का मकान बनवाने के लिए ग्राम पंचायत व उपायुक्त के समक्ष गुहार लगा चुके हैं लेकिन अभी तक उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई है।