रिटायर्ड कर्मचारियों ने जताई नाराजगी, बोले-मांगें मान लेने के बाद भी लागू नहीं होती
रिटायर्ड कर्मचारी संघ की मी¨टग प्रधान सियानंद परोचा की अध्यक्षता में हुई। रिटायर्ड कर्मचारियों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि बार-बार उनकी मांगें मान लेने के बावजूद लागू नहीं किया जाता। मुख्यमंत्री मांग स्वीकार कर लेते हैं, लेकिन विभागीय अधिकारी सीएम के आदेश भी लागू नहीं होने देते।
जागरण संवाददाता, करनाल : रिटायर्ड कर्मचारी संघ की मी¨टग प्रधान सियानंद परोचा की अध्यक्षता में हुई। रिटायर्ड कर्मचारियों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि बार-बार उनकी मांगें मान लेने के बावजूद लागू नहीं किया जाता। मुख्यमंत्री मांग स्वीकार कर लेते हैं, लेकिन विभागीय अधिकारी सीएम के आदेश भी लागू नहीं होने देते।
सियानंद परोचा ने कहा कि सरकार ने केंद्र की तर्ज पर एक जनवरी 2016 से रिटायर हुए कर्मचारियों की पेंशन संशोधित करने का आदेश 10 जनवरी को जारी किया था। इस आदेश को लागू अभी तक नहीं किया गया है। एजी हरियाणा के कार्यालय में हजारों की संख्या में पेंशन संशोधन के केस पें¨डग पड़े हैं। निगम, विश्वविद्यालय, नगरपालिकाओं ने सीएम के आदेशों को अभी तक अपडेट नहीं किया है।
उन्होंने कहा कि उम्र बढ़ने पर दवाइयों की ज्यादा जरूरत होती है। रिटायर्ड कर्मचारी का मेडिकल भत्ता 500 से बढ़ाकर तीन हजार रुपये किया जाए। फिलहाल सरकार ने जो मेडिकल भत्ता 500 रुपये से बढ़ाकर एक हजार किया है। रिटायर्ड कर्मचारी का मेडिकल भत्ता नहीं बढ़ाया। हरियाणा सरकार रेगुलर कर्मचारी के साथ ही आदेश में रिटायर्ड कर्मचारी का भी मेडिकल भत्ता बढ़ाती है। रिटायर्ड कर्मचारी का मेडिकल भत्ता भी बढ़ाया जाए। प्राइवेट अस्पतालों के पैनल में रीढ़ की हड्डी का अस्पताल शामिल नहीं है।
इस अवसर पर वाइपी यादव, दुलीचंद चौहान, धीरज ¨सह रावत, सेंसर पाल, हरिशंकर, जयभगवान शर्मा, धनीराम, सुलतान ¨सह, प्रेमचंद तोमर व फकीरचंद मौजूद रहे।