गांव में जनसुविधाएं दूर, जनप्रतिनिधियों के दावे काफूर
कस्बे के दुपेड़ी गांव स्वच्छता अभियान को लग रहा पलीता, जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर, गलियों
कस्बे के दुपेड़ी गांव स्वच्छता अभियान को लग रहा पलीता, जगह-जगह लगे कूड़े के ढेर, गलियों की हालत भी खस्ता संवाद सहयोगी, असंध : गांव का विकास शहर की तर्ज पर किया जाएगा। ग्रामीणों के लिए सभी सुविधाएं गांव में ही उपलब्ध होगी। ग्रामीणों को विकास के पथ पर लाया जाएगा। गांव में 24 घंटे बिजली-पानी की सुविधा देने का वादा सरकार ने चुनाव के समय जनता से किया था, लेकिन वादा महज एक जुमला साबित हो रहा है। कस्बे के गांव दुपेड़ी से सरकार का स्वच्छता अभियान कोसों दूर है। सरकार सफाई अभियान पर करोड़ों रुपये खर्च करती है, लेकिन अभियान पूरी तरह से चौपट है। गांव में समस्याओं के अंबार लगे है। गांव की गलियों में हर वक्त पानी भरा रहता है। गांव के लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर है, लेकिन ग्रामीणों की सुनने वाला कोई नहीं है। ग्रामीणों ने कहा कि इसके लिए कई बार सरपंच को भी बोल चुके है, लेकिन समस्या जस की तस है। फोटो---39 नंबर है।
गांव में बीमारी फैलने का अंदेशा
दर्शन ¨सह ने बताया कि पिछले काफी समय से गली में पानी भरा हुआ है, जिसके कारण मच्छरों की भरमार है। ऐसे में बस्तीवासियों को अंदेशा है कि कहीं कोई जानलेवा बीमारी न गले पड़ जाए। गलियों की सफाई न होने से गांस के सभी लोगों में सरपंच के खिलाफ रोष है। फोटो---40 नंबर है।
स्कूल जाने में विद्यार्थियों को होती है परेशानी
सौरभ ने बताया कि रास्ते में पानी भरा होने के कारण स्कूली बच्चों को आवाजाही में परेशानी हो रही है। बच्चों को कई बार जूते उतारकर पानी से होकर गुजरना पड़ता है। समस्या के लिए अधिकारियों को भी अवगत करा दिया था, लेकिन जिम्मेदारों ने कोई सुध नहीं ली। उन्होंने विधायक को इसके लिए कसूरवार ठहराया, जिन्होंने आज तक गांव की ओर देखा भी नहीं। फोटो---41 नंबर है।
सफाई कर्मचारी नहीं करते सही कार्य
ग्रामीण कृष्ण कुमार ने कहा कि सबसे ज्यादा खामी सफाई व्यवस्था में है। सफाई कर्मचारी खानापूर्ति करके लौट जाता है। नालियों का कबाड़ साथ में ही बिखरा पड़ा रहता है, जिससे गलियों में गंदगी के ढेर लग जाते है। जिम्मेदार लोग यदि अपनी जिम्मेदारी का सही से पालन करे तो दिक्कत नहीं आएगी। फोटो---42 नंबर है।
पानी निकासी की व्यवस्था चौपट
ग्रामीण मनजीत ने कहा कि निकासी व्यवस्था ठप होने के कारण सारा दिन गलियों में पानी खड़ा रहता है। सभी तालाब ओवरफ्लो होकर सड़क पर बहने लगते है। इसके कारण गलियां टूटने लगी है। प्रशासन को चाहिए कि ग्रामीणों की जरूरतों के देखते हुए गांव में सभी सुविधाएं मुहैया कराएं। टूटी हुई है पुली : ग्रामीण
सिराजुदीन ने बताया कि गांव की मेन सड़क पर बनी पूली काफी समय से टूटी है। इस कारण ग्रामीणों को आवाजाही में परेशानी हो रही है। कई बार सरपंच को समस्या के बारे में बोल चुका हूं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। पुलिया के टूटने से कई बार हादसे हो चुके हैं, लेकिन फिर भी संबंधित अधिकारी जिम्मेदारी लेने से भागते हैं। इस सड़क पर स्कूल और अस्पताल भी है। वर्जन
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पंचायत फंड में नहीं कोई पैसा
गांव के जोहड़ ओवरफ्लो हो चुके है। इसके कारण समस्या काफी गंभीर है। पंचायत फंड में भी कुछ नहीं बचा है। गांव से ड्रेन की दूरी 5 किलोमीटर के करीब है। इसके निर्माण कार्य पर भारी खर्च होगा, जो पंचायत के पास नहीं है।
गुलजार ¨सह, सरपंच गांव दुपेड़ी। गांव का इतिहास
असंध-कोहंड मार्ग पर बसा गांव दुपेड़ी का इतिहास ज्यादा पुराना नहीं है, लेकिन यहां पर प्राचीन शिव मंदिर लोगों के आस्था का केंद्र है। आसपास के गांवों के लोग भी यहां आकर शिव मंदिर में पूजा अर्चना करते हैं। 5500 आबादी, 2300 मतदाता
गांव की आबादी साढ़े 5 हजार करीब है, जिसमें कुल मतदाता 2300 के करीब है। उधर गांव की साक्षरता दर भी 65 फीसद के आसपास है। अधिकतर ग्रामीण मध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखते हैं।