शौचालय बनवाने की राशि के लिए काट रहीं महीनों से चक्कर
महिलाओं ने बताया कि कई माह पहले आवेदन कर चुके हैं पर कोई सुनवाई नहीं हो रही।
जागरण संवाददाता, करनाल : दोपहर के 12 बजे हैं और शौचालय बनवाने की राशि की मांग को लेकर डीसी को ज्ञापन देने के लिए महिलाएं लघु सचिवालय में पहुंच चुकी हैं। अपने ही आंगन में स्वच्छता को ग्रहण लगा चुके प्रशासनिक अधिकारियों ने सुबह दस बजे से पहुंची महिलाओं की दो घंटे बाद भी सुनवाई नहीं की। महीनों पहले आवेदन करने के बावजूद अभी तक छोटी मंगलवार के निवासियों को शौचालय की राशि जारी नहीं हो रही है। लाभार्थियों का आरोप है कि जानबूझकर उनकी मांग को नजरअंदाज किया जा रहा है। इस मौके पर नारो, सवित्री, राम प्यारी, बीरो, लाडो, बेगमति, बिमला, शन्नो देवी, प्रदीप, प्रवीण, रामप्यारी मौजूद रहीं। दो घंटे बाद नहीं सुनवाई
मीना ने बताया कि शुलभ शौचालय बनवाने के लिए वर्ष-2018 में आवेदन किया था, लेकिन अभी तक राशि जारी नहीं की गई है। कष्ट निवारण समिति में भी उनकी समस्या को सुना गया, बावजूद हल नहीं निकला। सुबह दस बजे से डीसी को शिकायत देने के लिए इंतजार कर रहे हैं लेकिन दो घंटे बाद भी सुनवाई नहीं की जारही है। कुछ नहीं बता रहे अधिकारी
रानी ने बताया कि सरकार की तरफ से आर्थिक तौर पर कमजोर लोगों को सुविधाएं दी जाती हैं, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण लोगों को लाभ नहीं मिल पाता है। घर के जरूरी काम छोड़कर सुबह से यह बैठी हूं और कोई हमारी समस्या सुनने वाला नहीं है। अधिकारी स्पष्ट भी नहीं कर पाते हैं कि कब तक उनकी राशि जारी होगी। नेता नहीं सुनते विधायक का कार्यालय मालूम नहीं
कृष्णा ने बताया कि गांवों में बेहतर सुविधाओं का दावा करने वाले नेता भी चुनाव के बाद उनकी सुनवाई करना बंद कर गए हैं। जनप्रतिनिधि ने भी उनकी समस्या से पल्ला झाड़ लिया है और विधायक का कार्यालय उन्हें मालूम नहीं है। एक साल से अधिक समय से आवेदन किया है लेकिन शौचालय बनवाने के लिए अभी तक राशि जारी नहीं हो रही है। आवास योजना के तहत भी पैसा नहीं मिल रहा है।