हिदी व अन्य भारतीय भाषाओं का सम्मान बहाल करना प्राथमिकता: विज
गृह स्वास्थ्य और तकनीकी शिक्षा मंत्री अनिल विज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से देश की सभी भारतीय भाषाओं का सम्मान किया जा रहा है।
करनाल: (विज्ञप्ति): गृह, स्वास्थ्य और तकनीकी शिक्षा मंत्री अनिल विज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में केंद्र सरकार हिदी सहित सभी भारतीय भाषाओं के मान-सम्मान की बहाली के लिए कृत संकल्प है। प्रदेश के तीन विश्वविद्यालयों में हिदी में तकनीकी शिक्षा पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए आभार व्यक्त करने पहुंचे हरियाणा ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष डा. वीरेंद्र सिंह चौहान के साथ विमर्श में उन्होंने यह टिप्पणी की।
डा. चौहान ने इस अवसर पर राज्य सरकार की इस महत्वपूर्ण पहल के लिए तकनीकी शिक्षा मंत्री के प्रयासों की सराहना की और हरियाणा ग्रंथ अकादमी द्वारा तकनीकी शिक्षा की पाठ्यपुस्तक तैयार करने के लिए किए चलाई जा रही योजनाओं का विवरण दिया। गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि भारत में पूर्ववर्ती सरकारों ने हिदी और अन्य भारतीय भाषाओं की दशकों तक उपेक्षा कर उन्हें पीछे धकेलने का अपराध किया। भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा नई शिक्षा नीति में भारतीय भाषाओं के मान-सम्मान की बहाली के प्रभावी प्रावधान कर उन पर काम करना शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के कार्यालयों में अधिकतम कार्य हिदी में करने के लिए विभाग अध्यक्षों को लिखित निर्देश दिए गए हैं। इन निर्देशों के अनुपालन की समीक्षा भी की जाएगी। हरियाणा ग्रंथ अकादमी उपाध्यक्ष चौहान ने बताया कि अकादमी केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत चलने वाले पारिभाषिक शब्दावली आयोग के आर्थिक सहयोग से हिदी में पालीटेक्निक की पुस्तकें तैयार करवा रही है। शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने पर दिया जाए ध्यान
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने जेबीटी के रेशनेलाइजेशन को वापस लेकर शिक्षा के अधिकार नियम के तहत 1:25 करने को संघ के आंदोलन की जीत बताया। संघ ने शैक्षिक गुणवत्ता सुधारने पर भी जोर दिया।
संघ की बैठक में प्रेस सचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि संघ ने रणनीति बनाते हुए सभी खण्डों में जोरदार प्रदर्शन किया और ज्ञापन भेजे, जिसके दूसरे दिन ही शिक्षा विभाग को अपना फरमान वापिस लेना पड़ा। जिला प्रधान रमेश शर्मा ने इसे शिक्षकों को एकजुटता का परिणाम करार दिया। उन्होंने कहा कि यदि आगे भी विभाग द्वारा कोई गलत निर्णय लिया गया तो जवाब दिया जाएगा।
राज्य उपप्रधान जगतार सिंह और अनिल सैनी ने मांग की कि विभाग शिक्षकों को मनमाने तरीके से परेशान नहीं करके शिक्षा की गुणवता सुधारने में अपना जोर लगाए। शिक्षा का निजीकरण बंद करे। जिला उपप्रधान सरला वर्मा और रोशन राणा ने मांग की कि एप का झमेला खत्म किया जाए ताकि शिक्षण कार्य प्रभावित ना हो। प्रेस सचिव महेंद्र कुमार ने कहा कि विभाग सभी वर्गों के तत्काल तबादले करे। पीटीआई शिक्षकों, कला शिक्षकों को बहाली करें अन्यथा 31 अक्टूबर को सर्व कर्मचारी संघ द्वारा रैली की जाएगी। इस अवसर पर अजय कुमार, कृष्ण कुमार निर्माण, हुकम सिंह, शिवकुमार शर्मा, गोधाराम, रणबीर सिंह, मान सिंह चन्देल, मुनीश गुप्ता, कुलबीर सिंह, किशोर भट्ट व गुरुध्यान सिंह मौजूद रहे।