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दिवाली अंधकार से ज्ञान प्रकाश की ओर जाने का पर्व : प्रेम दीदी

हर आत्मा के अज्ञानता रूपी अंधकार से ज्ञान प्रकाश की ओर जाने का पर्व प्रेम दीदी

By JagranEdited By: Published: Tue, 22 Oct 2019 08:31 AM (IST)Updated: Tue, 22 Oct 2019 08:31 AM (IST)
दिवाली अंधकार से ज्ञान प्रकाश की ओर जाने का पर्व : प्रेम दीदी

जागरण संवाददाता, करनाल : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के सेक्टर सात स्थित सेवा केंद्र में दीपावली के उपलक्ष्य में धार्मिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। मुख्य वक्ता के रूप में करनाल सब जोन की निदेशक ब्रह्माकुमारी प्रेम दीदी ने कहा कि दीपावली दीपकों का पर्व है। रोशनी का पर्व है। हर आत्मा के अज्ञानता रूपी अंधकार से ज्ञान प्रकाश की ओर जाने का पर्व है।

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उन्होंने कहा कि दिवाली के दिन दीप दान करना ज्ञान दान करने का प्रतीक होता है। दीपावली से कुछ दिन पहले से घरों की सफाई की जाती है, जोकि मन में लगे हुए ईष्र्या, द्वेष, नफरत, संशय आदि की धूल और जालों को साफ करने का प्रतीक है। इस दिन मिठाई खाना खिलाना मधुर बोल कर औरों को खुश करने का प्रतीक है।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि निफा चेयरमैन प्रीतपाल सिंह पन्नू ने कहा कि जब हम दूसरों को खुशियां देते हैं तो हमें वह अपने आप मिल जाती है। हमारे कर्म से किसी को दुख न हो। इन त्योहारों में किए जाने वाली रीति रस्म के पीछे कुछ न कुछ वैज्ञानिक रीजन होते हैं, जिन्हें समझना जरूरी है। संजना, काजल, नेहा, परी, रीतिका, शगुन, अनुशी व इशानी ने अपने नृत्य से समां बांधा।

इस अवसर पर डॉ. केके चावला, हरीश नागपाल, जेआर कालरा, सरजीव विग, रिषीराज शर्मा, डॉ. डीडी शर्मा, महिद्र सचदेवा, सतीश ढींगड़ा, बीके छवि, विमल, सुनीता मदान, बीके शिविका, सुमन, आरती, दीक्षा व हरिकृष्ण नारंग आदि मौजूद रहे।


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