जर्मनी गए प्रवीन ने शगुन राशि पहुंचाकर जरूरतमंद की बेटी की शादी में की मदद
जर्मनी में एनआरआई मंजूरा गांव का वासी युवक प्रवीण सल्याण किसी परिचय का मोहताज नहीं हैं। बीते कई वर्षों से जो जर्मनी में बैठे-बैठे जरूरतमंद क्षेत्रवासियों की हर संभव मदद कर रहा है। लोगों की मदद के लिए जिसने जर्मनी में युवा साथियों की टीम बना रखी है जो जरूरत में लोगों को आर्थिक मदद पहुंचाती है। बीते सप्ताह भी उन्होंने लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंद करीब 200 परिवारों को राशन की मदद पहुंचाई थी। इससे पहले उन्होंने युवाओं को खेलों की तरफ आकर्षित करने के लिए मंजूरा में इनामी कबड्डी प्रतियोगिता में आर्थिक सहयोग दिया था।
संवाद सूत्र, निसिग : जर्मनी में एनआरआई मंजूरा गांव का वासी युवक प्रवीण सल्याण किसी परिचय का मोहताज नहीं हैं। बीते कई वर्षों से जो जर्मनी में बैठे-बैठे जरूरतमंद क्षेत्रवासियों की हर संभव मदद कर रहा है। लोगों की मदद के लिए जिसने जर्मनी में युवा साथियों की टीम बना रखी है जो जरूरत में लोगों को आर्थिक मदद पहुंचाती है। बीते सप्ताह भी उन्होंने लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंद करीब 200 परिवारों को राशन की मदद पहुंचाई थी। इससे पहले उन्होंने युवाओं को खेलों की तरफ आकर्षित करने के लिए मंजूरा में इनामी कबड्डी प्रतियोगिता में आर्थिक सहयोग दिया था। इतना ही नहीं युवक जरूरतमंद परिवारों की बेटियों के शादी में शगुन के रूप में आर्थिक मदद पहुंचने से नहीं चुकता। जिसने मानवता धर्म के तहत लोगों की मदद करने को अपने जीवन का हिस्सा बना दिया है। जो समाज के दूसरे लोगों के लिए प्रेरणा बना हुआ है। एनआरआई टीम सदस्य प्रवीन सल्याण जर्मन, राज सल्याण, प्रताप सिंह व राजेश सल्याण को जब पता चला कि मंजूरा के एक गरीब परिवार में शादी है तो उन्होंने मास्टर रणजीत और बलवान बरसाना के माध्यम से जरूरतमंद परिवार को आर्थिक सहायता के रूप में नगद राशि भेंट की। मास्टर रणजीत ने बताया कि गांव में ही रामकुमार की बेटी की शादी है जो आर्थिक रूप से कमजोर है जिसकी जानकारी मिलते ही एनआरआई टीम ने सहायता के लिए राशि भेजी है। जो परिवार में रामकुमार को दे दी गई। टीम का कहना है कि जब भी गांव में किसी गरीब परिवार की लड़की की शादी होगी उसमें हर संभव मदद की जाएगी। विदेश में बैठ देश वासियों की मदद का जज्बा रखने वाले युवाओं को देशवासियों का सलाम है। जो दूसरों के लिए प्रेरणा और मिसाल बने हुए हैं। विदेशों में रह रहे दूसरे साथियों को भी इन से प्रेरणा लेनी चाहिए।