तानाशाह रवैये के विरोध में बिजली कर्मचारियों ने रोष जताया
एचएसईबी वर्कर यूनियन यूनिट नंबर-1 करनाल के आह्वान पर कार्यालय के पर प्रदर्शन किए।
संवाद सूत्र, नीलोखेड़ी : एचएसईबी वर्कर यूनियन यूनिट नंबर-1 करनाल के आह्वान पर कार्यालय के प्रांगण में गेट मीटिग का आयोजन किया गया। अध्यक्षता सब-यूनिट ब्लॉक के प्रधान राजेंद्र टंडन ने की तथा मंच का संचालन सब यूनिट के सचिव विजय कुमार ने किया। मीटिग में कार्यकारी अभियंता अर्ध शहरी मंडल नंबर-1 करनाल के तानाशाही रवैये के खिलाफ रोष प्रकट किया गया। ब्लॉक प्रधान राजेन्द्र टंडन ने कहा कि लंबे समय से लंबित पड़े डीसी रेट व कॉन्ट्रेक्ट रेट कर्मचारियों के एरियर दिलवाने बाबत, सेफ्टी कोड टेस्ट देरी से पास करने पर रिकवरी करने व कर्मचारियों की लंबित पड़े बकाया कार्यों जैसे कि एसीपी, इंक्रीमेंट, मेडिकल कार्ड, ईएसआई, मेडिकल बिल्स, कर्मचारियों की बेवजह चार्ज सीट इत्यादि पर विचार विमर्श किया गया। गेट मीटिग में मुख्य रूप से यूनिट नंबर-1 के सचिव राजेश वर्मा व यूनिट नंबर-1 उप प्रधान मनोज वर्मा ने भाग लिया। इस मौके पर जगपाल, गुरमेश, करनैल सिंह, सेवा सिंह, सुनील कुमार, महेंद्र सिंह मौजूद थे। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने किया विरोध प्रदर्शन
करनाल : हरियाणा राज्य चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी यूनियन से जुड़े कर्मचारियों ने मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। 18 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपा गया। इस मौके पर यूनियन के जिला प्रधान ऋषिपाल शाहपुर ने कहा कि प्रदेश के 1057 प्राथमिक व मिडल स्कूलों को सरकार ने बंद करने का एलान कर दिया है। इन स्कूलों में कार्यरत पार्ट टाइम स्वीपर, एजुसेट चौकीदार व मिड डे मील वर्करों को हटाने की बजाय अन्य स्कूलों में समायोजित किया जाना चाहिए। सरकार रोजगार छीनने का प्रयास न करे बल्कि सबको रोजगार देने के अपने वादे को पूरा करे। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग में कार्यरत सभी पार्टटाइम कर्मचारियों को नियमित किया जाए। वर्ष 2003 के बाद लगे सभी पार्ट टाइम कर्मचारियों की समय अवधि बनाकर 24 हजार रुपये न्यूनतम वेतन दिया जाए। महिला चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से रात्रि का चौकीदारा न करवाया जाए। सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अनुसार समान काम समान वेतन लागू हो। इस अवसर पर फायर ब्रिगेड कर्मचारी संघ के जिला प्रधान विजय शर्मा, संदीप, बृजलाल, कृष्ण, चन्द्रभान, रोशन, राजपाल, मीना, जयपाल, रमेश, गुरदयाल, रेशम, बलविदर, रीना, पूजा आदि मौजूद थे।