बिजली निगम का स्मार्ट वर्क, केस में फंसता देख गुपचुप तरीके से बदल दिया टूटा पोल
शहर के बीच जरनैली कालोनी में अति व्यस्त रोड पर प्रताप पब्लिक स्कूल के सामने एक टूटा पोल। किसी को इसकी ¨चता ही नहीं। वह भी तब जब पोल से.. वोल्टेज की तार गुजर रही। पोल बीच में से टूटा हुआ। हालात ऐसी की अब गिरा कि तब गिरा। बिजली निगम के अधिकारियों को शिकायत की। कोई फायदा नहीं हुआ।
जागरण संवाददाता करनाल : शहर के बीच जरनैली कालोनी में अति व्यस्त रोड पर प्रताप पब्लिक स्कूल के सामने एक टूटा पोल। किसी को इसकी ¨चता ही नहीं। वह भी तब जब पोल से.. वोल्टेज की तार गुजर रही। पोल बीच में से टूटा हुआ। हालात ऐसी की अब गिरा कि तब गिरा। बिजली निगम के अधिकारियों को शिकायत की। कोई फायदा नहीं हुआ।
लॉ स्टूडेंस कार्तिक गांधी ने 25 दिसंबर को निगम की इस लापरवाही पर स्थायी लोक अदालत में अपील की। नौ अप्रैल को इस केस की सुनवाई हुई। सुनवाई की अगली तारीख मई लगी है। इसी बीच खुद को फंसता देख निगम हरकत में आया। गुपचुप तरीके से पोल को बदल दिया। आनन- फानन में बृहस्पतिवार को निगम की एक टीम मौके पर पहुंची और इस काम को अंजाम दिया।
लेकिन यह गलत है?
क्योंकि अब इस पोल का नाम कोर्ट केस में जुड़ गया है। यदि खंभा हटा दिया जाता है तो एक सुबूत नष्ट माना जाएगा। कार्तिक गांधी ने बताया कि अब निगम अधिकारी कोर्ट में तो कोई जवाब दे नहीं रहे हैं, लेकिन चुपचाप इस टूटे पोल को बदलकर सुबूत मिटाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे अदालत में यह बोल दे कि यह केस ही झूठा है। निगम की इस हरकत पर अब कार्तिक सुबूत मिटाने का एक ओर केस दायर करने जा रहा है।
इतने बड़े रिस्क पर हम चुप क्यों?
क्योंकि यह खंभा जहां है, वह शहर का व्यस्त इलाका है। यहां स्कूल में बड़ी संख्या में अभिभावक बच्चों को छोड़ने के लिए सुबह व शाम आते हैं। फिर भी किसी ने इस रिस्क को नोटिस नहीं किया। दो हिस्सों में बंटा यह खंभा कभी भी ढहकर जानलेवा साबित हो सकता था, लेकिन हम इसके पास से गुजरते रहे। कार्तिक ने मांग की कि इस मामले में जिसकी भी लापरवाही बनती है, उसके खिलाफ उचित कार्यवाही होनी चाहिए।