प्रदूषण का स्तर खतरे के निशान के पार, आंखों में जलन व एलर्जी के मरीज बढ़े
जागरण संवाददाता, करनाल स्मॉग की चपेट में आए करनाल जिले में पर्यावरण प्रदूषण खतरे के निशान को पा
जागरण संवाददाता, करनाल
स्मॉग की चपेट में आए करनाल जिले में पर्यावरण प्रदूषण खतरे के निशान को पार कर रहा है। करनाल में शनिवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स औसत तौर पर 356 रहा, जबकि अधिकतम 466 दर्ज किया गया। प्रदूषण की इस स्थिति में आंखों में जलन और एलर्जी के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है तो साथ ही श्वांस व दमा के मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है। दूसरी ओर कृषि विभाग ने पराली जलाने के मामलों पर अंकुश लगाने के लिए अपनी टीमों को सख्त निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही गांव दर गांव जाकर चेकिग भी की जा रही है। नगर निगम की ओर से भी शहर में सफाई के बाद पानी का छिड़काव शुरू कर दिया गया है। सड़कों का निर्माण कार्य हुआ बंद, कूडा जलाने पर लगेगा जुर्माना
शहर के अंदर सड़कों के निर्माण कार्य को बंद करवा दिया गया है। हॉट मिक्सर व मिक्सर प्लांट को चलाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। इन दोनों से ही सड़क बनाने की सामग्री तैयार की जाती है। इसके साथ ही कूड़ा जलाने पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। नगर निगम के आयुक्त निशांत यादव ने बताया कि प्रदूषण के चलते तीन स्तर पर काम शुरू किया जा चुका है। सफाई के बाद पानी का छिड़काव किया जा रहा है। यदि कोई कूड़े में आग लगाएगा तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा। इस संबंध में कर्मचारी भी लगातार चेकिग पर जाएंगे। मुंह को ढककर ही निकले बाहर-डा. शामित
अमृतधारा माई अस्पताल के डा. शामित ने बताया कि प्रदूषण के चलते आंखों में जलन व एलर्जी के केस बढ़े हैं। सामान्य दिनों की तुलना में यह मरीज इस समय दोगुने हो चुके हैं। श्वास व दमा के मरीजों की शिकायत भी बढ़ गई है। घर से बाहर निकलते समय मुंह को ढककर निकलना चाहिए और बच्चों को हिदायत दें कि वह किसी प्रदूषित जगह पर जाकर नहीं खेले।