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व‌र्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में दौड़ेगा पुलिस का पेंटर

मधुबन पुलिस में पेंटर के पद पर तैनात एथलीट अमित ने जज्बे के दम पर दौड़ में व‌र्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए रास्ता सरल किया है। डीजीपी मनोज यादव सहित विभाग ने खिलाड़ी की इस उपलब्धि पर प्रोत्साहित किया है। 9 से 14 फरवरी तक मणिपुर में आयोजित 41वीं राष्ट्रीय मास्टर्स एथलीट चैपियनशिप में अमित कांबोज ने 5000 मीटर में सिल्वर मेडल पर कब्जा किया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 21 Feb 2020 07:29 PM (IST)Updated: Fri, 21 Feb 2020 07:29 PM (IST)
व‌र्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में दौड़ेगा पुलिस का पेंटर
व‌र्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप में दौड़ेगा पुलिस का पेंटर

जागरण संवाददाता, करनाल : मधुबन पुलिस में पेंटर के पद पर तैनात एथलीट अमित ने जज्बे से व‌र्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए रास्ता सरल किया है। डीजीपी मनोज यादव सहित विभाग ने अमित को इस उपलब्धि पर प्रोत्साहित किया है। 9 से 14 फरवरी तक मणिपुर में हुई 41वीं राष्ट्रीय मास्टर्स एथलीट चैंपियनशिप में अमित कांबोज ने 5000 मीटर में सिल्वर मेडल पर कब्जा किया। प्रतियोगिता में देश भर से 2500 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। बेहतर प्रदर्शन के दम पर अब अमित कनाडा के टोरेंटो में 20 जुलाई को आयोजित व‌र्ल्ड चैपियनशिप में हिस्सा लेंगे। अमित ने बताया कि बचपन से ही दौड़ने का शौक था जो अब आदत बन चुकी है। माउंट एवरेस्ट पर कर चुके चढ़ाई

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करनाल के गांव दहाजागीर में अगस्त 1981 में जन्मे अमित ने बताया कि खेल-खेल में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की इच्छा हुई और इसके लिए विभाग के अधिकारियों ने काफी सहयोग किया। घर की जमीन बेचकर 22 लाख रुपये एकत्र किए और एवरेस्ट पर चढ़ाई की तैयारी की। जुलाई 2011 में माउंट एवरेस्ट पर झंडा फहराने का सपना पूरा किया। पिता दर्शनलाल कांबोज पुलिस से रिटायर हैं, माता कमलेश रानी ग्रहणी। अमित इस समय मधुबन पुलिस अकादमी में व‌र्ल्ड कप की तैयारी के लिए दौड़ लगा रहे हैं। उनका दावा है कि देश के लिए वह स्वर्ण जीतकर लाएंगे।

बेहतर खेल नीति से अच्छे परिणाम : चरणजीत

हरियाणा मास्टर एथलीट एसोसिएशन सचिव चरणजीत सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार की ओर से खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं दी जा रही हैं। इसी का नतीजा है कि आज खिलाड़ियों के लिए विदेशों में खेलने की राह आसान हुई है। खिलाड़ियों के लिए विकल्प बढ़े हैं, इसलिए सरकारी विभागों में नौकरी के साथ-साथ खेल में मेडल जीत रहे हैं।


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