प्राइवेट गाड़ी में पीड़िता को घर छोड़कर आई पुलिस
जागरण संवाददाता, करनाल : भूसली गांव में सामूहिक दुष्कर्म के प्रयास का आरोप लगाने वाली पीड़ि
जागरण संवाददाता, करनाल : भूसली गांव में सामूहिक दुष्कर्म के प्रयास का आरोप लगाने वाली पीड़िता को पुलिस ने देर शाम घर छोड़ दिया। केस की आईओ मीना तीन अन्य पुलिसकर्मियों के साथ प्राइवेट गाड़ी में जिले के भैणी खुर्द गांव में पहुंची। पुलिस की गाड़ी के बजाय स्विफ्ट डिजायर में पीड़िता को देखकर परिजन भी घबरा गए। परिजनों ने बताया कि पुलिस ने उन्हें शुक्रवार को डीएसपी के सामने पेश होने के लिए कहा है। पीड़िता को तीन दिन तक वन स्टॉप सेंटर में रखा गया।
शुरुआत में आईओ मीना ने कहा कि वह पीड़िता को छोड़कर नहीं आई। बल्कि परिजन ही उसे खुद घर ले गए हैं, लेकिन कुछ देर बाद में पलट गईं। फिर कहा कि हां, उन्होंने ही उसे गांव में छोड़ा है। सरकारी गाड़ी नहीं थी। इसलिए प्राइवेट गाड़ी में लेकर गई थीं।
घटना के चार दिन बाद जांच शुरू होगी
परिजनों ने आरोप लगाया कि उन्होंने पुलिस को पीड़िता के कपड़े साथ ले जाने के लिए कहा, लेकिन वह नहीं ले गए, जबकि इन कपड़ों पर आरोपियों की अंगुलियों के निशान हैं। पांच फरवरी का मामला है। अब तक इनकी जांच ही नहीं करवाई। परिजनों ने आरोप लगाया कि घटना के चार दिन बाद शुक्रवार से पुलिस जांच शुरू करने की बात कह रही है। शिकायत के बाद भी आज तक तीनों आरोपियों में से किसी को गिरफ्तार तक नहीं किया गया है।
केस दर्ज नहीं किया, तीन दिन से वन स्टॉप सेंटर में
पीड़िता ने सामूहिक दुष्कर्म के प्रयास की शिकायत पुलिस को दी थी, जबकि उसकी भांजी ने ननदोई पर अश्लील मैसेज भेजने और ब्लैकमेल करने के आरोप लगाए थे। पीड़िता का आरोप है कि दूसरे मामले में पुलिस ने केस ही दर्ज नहीं किया। बावजूद इसके उसे तीन दिन से वन स्टॉप सेंटर में ही रखा जा रहा है, जबकि वह कई बार उसे ससुराल छोड़कर आने की बात कह चुकी है।