Move to Jagran APP

पिपली रैली को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट, किसान नेताओं के घरों पर चस्पाए नोटिस, कार्रवाई की चेतावनी

जागरण संवाददाता करनाल अपनी मांगों को लेकर किसानों द्वारा वीरवार को कुरुक्षेत्र के पिपली

By JagranEdited By: Published: Thu, 10 Sep 2020 06:45 AM (IST)Updated: Thu, 10 Sep 2020 06:45 AM (IST)
पिपली रैली को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट, किसान नेताओं के घरों पर चस्पाए नोटिस, कार्रवाई की चेतावनी
पिपली रैली को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट, किसान नेताओं के घरों पर चस्पाए नोटिस, कार्रवाई की चेतावनी

जागरण संवाददाता, करनाल : अपनी मांगों को लेकर किसानों द्वारा वीरवार को कुरुक्षेत्र के पिपली में प्रस्तावित रैली को लेकर जिला व पुलिस प्रशासन में हड़कंप के हालात हैं। कुरुक्षेत्र जिला प्रशासन ने जहां देर रात तक रैली करने की अनुमति नहीं दी वहीं पड़ोसी जिला होने के नाते करनाल में भी किसानों की धरपकड़ के लिए पुलिस टीमें देर रात तक प्रयास करती रही। कई किसान नेताओं के घरों पर पुलिस ने बाकायदा नोटिस करके चस्पा रैली में भाग लेने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है। पुलिस की कार्रवाई के डर के चलते किसान नेता भूमिगत हो गए हैं।

loksabha election banner

पुलिस देर रात तक राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र आर्य के अलावा करनाल वासी रजनीश कुमार व असंध के किसान नेता गुरमुख के आवास पर नोटिस चस्पा चुकी है। राजेंद्र आर्य के अनुसार पुलिस इन तीनों जगहों के अलावा अन्य किसान नेताओं पर भी सुबह से ही नजरे बनाए हुए हैं और धरपकड़ के लिए भी पुलिस भरसक प्रयास करती रही। हालांकि कोई किसान नेता पुलिस गिरफ्त में नहीं आ सका। किसानों में सरकार के इस रवैये से रोष और भी गहरा गया है। उन्होंने कहा कि सरकार की नाकामी के चलते किसान आज इस स्थिति में पहुंच चुका है कि उन्हें कोरोना महामारी के बावजूद भी रैली करने को मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की दशा को गंभीरता से लेने की बजाए उन्हें दबाना चाहती है। देश और प्रदेश में एक स्वर के साथ सभी किसान संगठनों के स्वामीनाथन की रिपोर्ट के आधार पर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद गारंटी का कानून बनाने के लिए चौथे अध्यादेश की मांग हर गली चौपाल और प्रत्येक गांव तक अपना असर दिखाने लगी है। नोटिस में महामारी फैलने का दिया हवाला

किसान नेताओं के आवास पर चस्पाए गए नोटिस में कुरुक्षेत्र जिला प्रशासन द्वारा रैली आयोजित करने की अनुमति न देने व रैली करने पर कोरोना महामारी फैलने का खतरा बढ़ने का हवाला दिया गया है। यहीं नहीं यह भी स्पष्ट चेतावनी दी गई है कि नोटिस के बावजूद रैली का आयोजन करने व लोगों की भीड़ जुटाकर इसमें शामिल होने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.