पिपली रैली को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट, किसान नेताओं के घरों पर चस्पाए नोटिस, कार्रवाई की चेतावनी
जागरण संवाददाता करनाल अपनी मांगों को लेकर किसानों द्वारा वीरवार को कुरुक्षेत्र के पिपली
जागरण संवाददाता, करनाल : अपनी मांगों को लेकर किसानों द्वारा वीरवार को कुरुक्षेत्र के पिपली में प्रस्तावित रैली को लेकर जिला व पुलिस प्रशासन में हड़कंप के हालात हैं। कुरुक्षेत्र जिला प्रशासन ने जहां देर रात तक रैली करने की अनुमति नहीं दी वहीं पड़ोसी जिला होने के नाते करनाल में भी किसानों की धरपकड़ के लिए पुलिस टीमें देर रात तक प्रयास करती रही। कई किसान नेताओं के घरों पर पुलिस ने बाकायदा नोटिस करके चस्पा रैली में भाग लेने पर कार्रवाई की चेतावनी दी है। पुलिस की कार्रवाई के डर के चलते किसान नेता भूमिगत हो गए हैं।
पुलिस देर रात तक राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के प्रदेशाध्यक्ष राजेंद्र आर्य के अलावा करनाल वासी रजनीश कुमार व असंध के किसान नेता गुरमुख के आवास पर नोटिस चस्पा चुकी है। राजेंद्र आर्य के अनुसार पुलिस इन तीनों जगहों के अलावा अन्य किसान नेताओं पर भी सुबह से ही नजरे बनाए हुए हैं और धरपकड़ के लिए भी पुलिस भरसक प्रयास करती रही। हालांकि कोई किसान नेता पुलिस गिरफ्त में नहीं आ सका। किसानों में सरकार के इस रवैये से रोष और भी गहरा गया है। उन्होंने कहा कि सरकार की नाकामी के चलते किसान आज इस स्थिति में पहुंच चुका है कि उन्हें कोरोना महामारी के बावजूद भी रैली करने को मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की दशा को गंभीरता से लेने की बजाए उन्हें दबाना चाहती है। देश और प्रदेश में एक स्वर के साथ सभी किसान संगठनों के स्वामीनाथन की रिपोर्ट के आधार पर न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद गारंटी का कानून बनाने के लिए चौथे अध्यादेश की मांग हर गली चौपाल और प्रत्येक गांव तक अपना असर दिखाने लगी है। नोटिस में महामारी फैलने का दिया हवाला
किसान नेताओं के आवास पर चस्पाए गए नोटिस में कुरुक्षेत्र जिला प्रशासन द्वारा रैली आयोजित करने की अनुमति न देने व रैली करने पर कोरोना महामारी फैलने का खतरा बढ़ने का हवाला दिया गया है। यहीं नहीं यह भी स्पष्ट चेतावनी दी गई है कि नोटिस के बावजूद रैली का आयोजन करने व लोगों की भीड़ जुटाकर इसमें शामिल होने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।