खालिस्तान से जुड़ी पोस्ट के मामले में किशोर से मारपीट के आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर पाई पुलिस
इंस्टाग्राम पर खालिस्तान को लेकर डाली गई पोस्ट का विरोध करने पर एक किशोर से बेरहमी से मारपीट के आरोपितों को शनिवार को भी पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई। वायरल वीडियो में आरोपित सरेआम दिख रहे हैं जिनके हाथों में डंडे बिडे व अन्य हथियार हैं लेकिन पुलिस 18 मई की बताई जा रही वारदात के बाद शनिवार देर शाम तक आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर पाई। पुलिस आरोपितों की पहचान तक नहीं कर सकी है जबकि शुक्रवार को दावा किया जा रहा था कि दो आरोपितों की पहचान कर ली गई है।
जागरण संवाददाता, करनाल : इंस्टाग्राम पर खालिस्तान को लेकर डाली गई पोस्ट का विरोध करने पर एक किशोर से बेरहमी से मारपीट के आरोपितों को शनिवार को भी पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई। वायरल वीडियो में आरोपित सरेआम दिख रहे हैं, जिनके हाथों में डंडे, बिडे व अन्य हथियार हैं, लेकिन पुलिस 18 मई की बताई जा रही वारदात के बाद शनिवार देर शाम तक आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर पाई। पुलिस आरोपितों की पहचान तक नहीं कर सकी है, जबकि शुक्रवार को दावा किया जा रहा था कि दो आरोपितों की पहचान कर ली गई है।
मामले में शुक्रवार को पीड़ित व आरोपित पक्ष सेक्टर-13 पुलिस चौकी पहुंचे थे और अपना-अपना पक्ष रखा था। पुलिस ने शिकायत मिलने पर 10 से 15 आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। इस बीच वीडियो तेजी से वायरल हो रही है, तो वारदात के पीछे माहौल बिगाड़ने की मंशा भी मानी जा रही है। उधर, शनिवार को पीड़ित पक्ष की ओर से विशाल जूड़ सहित कई युवा पुलिस अधीक्षक गंगाराम पूनिया से मिले और आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने बताया कि यह समाज व देश का माहौल खराब करने का प्रयास है। आरोपितों को बख्शा नहीं जाना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि आरोपितों को जल्द गिरफ्तार नहीं किया गया तो सड़कों पर आने को मजबूर होंगे। वहीं, सेक्टर 13 चौकी इंचार्ज लखबीर सिंह ने बताया कि किशोर से मारपीट के आरोपित जल्द गिरफ्तार होंगे। पुलिस छापेमारी में लगी है।
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मेरे साथ भी हुआ था ऐसा सुलूक : विशाल
विदेश में भारत विरोधी ताकतों के निशाने पर रहे विशाल जूड़ ने कहा कि सेक्टर 14 में किशोर के साथ उसके जैसा ही सुलूक किया गया। उसने आस्ट्रेलिया में भारत विरोधी नारेबाजी का विरोध किया था, जिसके बाद उस पर हमला कर दिया गया। जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। यहां किशोर ने इंस्टाग्राम पर खालिस्तान को लेकर जारी अलग-अलग आइडी से पोस्ट का विरोध किया था, जिसके चलते उसे निशाना बनाया गया। हर भारतीय का कर्तव्य है कि अपने देश के विरोध में उठने वाली आवाज का विरोध किया जाए। प्रशासन को आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।