कैमला मामला: एक्शन में पुलिस, आरोपितों की धरपकड़ तेज
संवाद सहयोगी घरौंडा (करनाल) कैमला गांव में आंदोलनकारी किसानों की महापंचायत के मंच पर
संवाद सहयोगी, घरौंडा (करनाल): कैमला गांव में आंदोलनकारी किसानों की महापंचायत के मंच पर तोड़फोड़ करने और हेलीपेड उखाड़ने की घटना ने पुलिस के सुरक्षा इंतजामों को सवालों में खड़ा कर दिया है। बड़े पैमाने पर हुई इस किरकिरी के बाद देर रात से ही पुलिस एक्शन मोड में दिखाई दे रही है। इस बीच पुलिस ने मामले में लिप्त तीन प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी सहित 71 प्रदर्शनकारियों को नामजद किया है जबकि अन्य अज्ञात के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं।
घटनाक्रम के दूसरे दिन भी पुलिस अलर्ट मोड पर रही तो वहीं एक कंपनी किसी भी हालात से निपटने के लिए पुख्ता प्रबंधों के साथ घरौंडा में रिजर्व तैनात रखी गई। कैमला में रविवार को हुए प्रकरण से ग्रामीण स्तब्ध हैं। हालांकि बाहर से माहौल शांत है लेकिन ग्रामीणों के अंदर गहरा रोष है और सबसे ज्यादा गुस्सा पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर है। आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए और आरोप लगाए थे कि पुलिस के चाक-चौबंद सुरक्षा प्रबंधों को ठेंगा दिखाते हुए प्रदर्शनकारी न सिर्फ हेलीपेड तक पहुंचे बल्कि नेताओं के भाषण के दौरान मंच पर तोड़फोड़ भी की।
ग्रामीणों का कहना है कि जिस वक्त प्रदर्शनकारी बेरिकेडिग तोड़ते हुए खेतों के रास्ते हेलीपेड तक पहुंच रहे थे, उसी दौरान पुलिस ने हल्के बल प्रयोग के नाम पर खानापूर्ति की और प्रदर्शनकारी कार्यक्रम स्थल तक पहुंचने में कामयाब हो गए। पुलिस की संख्या प्रदर्शनकारियों से अधिक थी। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की थी। कार्यक्रम के आयोजक विधायक हरविद्र कल्याण ने ग्रामीणों को समझाकर शांत किया था। इसके बाद सभी ग्रामीण विधायक से सहमत हो गए थे। भले ही ग्रामीण ऊपर से शांत दिखाई दे रहे हों, लेकिन आंतरिक तौर पर ग्रामीणों में इस घटना से रोष है। यह है पूरा मामला
बसताड़ा टोल प्लाजा पर कृषि कानूनों को रद करने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी किसानों ने रविवार को कैमला में होने वाली किसान महापंचायत को असफल करने का एलान किया था। अपने पूर्व नियोजित कार्यक्रम की तहत प्रदर्शनकारी किसान सुबह सवा दस बजे बसताड़ा टोल पर एकत्रित हुए और कार्यक्रम असफल करने की मंशा से कैमला की तरफ रवाना हुए। पुलिस प्रशासन के तमाम इंतजाम को दरकिनार करते हुए खेतों के रास्ते प्रदर्शनकारी कैमला में कार्यक्रम स्थल तक पहुंचे, जहां प्रदर्शनकारियों ने हेलीपेड उखाड़कर कार्यक्रम स्थल पर तोड़फोड़ की। इसके बाद वहां भगदड़ मची थी। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के प्रयास जरूर किए, लेकिन सब नाकाम रहे।