लड़ाई झगड़े में घायल व्यक्ति ने 23 दिन बाद पीजीआई में तोड़ा दम
लड़ाई-झगड़े में गंभीर रूप से घायल हुए रांवर गांव के नरेंद्र कुमार ने तीन सप्ताह बाद चंडीगढ़ पीजीआइ में दम तोड़ दिया। मृतक के स्वजनों ने हमलावरों पर हत्या का आरोप लगाया है। आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर स्वजनों ने जमकर हंगामा किया। मृतक के स्वजनों ने पुलिस पर कार्रवाई में ढिलाई बरतने के आरोप लगाए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। सूचना के बाद मौके पर पहुंचें डी.एस.पी ने ग्रामीणों को समझाया। पुलिस के ठोस आश्वासन के बाद परिजनों का गुस्सा शांत हुआ।
संवाद सहयोगी, घरौंडा : लड़ाई-झगड़े में गंभीर रूप से घायल हुए रांवर गांव के नरेंद्र कुमार ने तीन सप्ताह बाद चंडीगढ़ पीजीआइ में दम तोड़ दिया। मृतक के स्वजनों ने हमलावरों पर हत्या का आरोप लगाया है। आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर स्वजनों ने जमकर हंगामा किया। मृतक के स्वजनों ने पुलिस पर कार्रवाई में ढिलाई बरतने के आरोप लगाए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। सूचना के बाद मौके पर पहुंचें डी.एस.पी ने ग्रामीणों को समझाया। पुलिस के ठोस आश्वासन के बाद परिजनों का गुस्सा शांत हुआ। पुलिस ने आठ हमलावरों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है जबकि दो आरोपितों को गिरफ्तार कर छानबीन शुरू कर दी है।
गांव रांवर में 38 वर्षीय नरेंद्र कुमार 30 अप्रैल को अपने घर के पास गूगा मेड़ी के पास बैठा हुआ था। पुलिस शिकायत के मुताबिक, एक स्कोर्पियों गाड़ी उसके सामने आकर रूकी और उसमें से सात/आठ लोग लाठी डंडों व लोहे की रॉड के साथ उतरे और नरेंद्र पर हमला बोल दिया। अचानक हुए हमले से वह घबरा गया। नरेंद्र पर हमला होता देख उसका भाई व पिता मौके पर पहुंचें और बीच बचाव करने लगे। हमलावरों ने नरेंद्र के भाई व पिता को भी लाठी डंडों से पिटा और जान से मारने की धमकी देते हुए मौके से फरार हो गए। गंभीर अवस्था में नरेंद्र को करनाल के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां पर उसका इलाज चला। हालात ज्यादा खराब होने के कारण उसे चंडीगढ़ पीजीआई में रेफर कर दिया। दो मई को पुलिस ने नरेंद्र के ब्यान पर आठ लोगों के खिलाफ मारपीट की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया था। जिनमें रिकू उर्फ गोली, हरदीप पुत्र इंद्राज, नरेश वासी नगला फार्म, डोठी वासी गामड़ी, भुकर वासी घरौंडा, रिकू वासी घरौंडा, शीशन व शुभम वासी रांवर के नाम शामिल है।
पुलिस के मुताबिक, करनाल से रेफर होने के बाद नरेंद्र का इलाज चंडीगढ़ पीजीआई में चला। जहां पर उसने ईलाज के दौरान दम तोड़ दिया। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। मृतक का शव गांव में पहुंचा तो परिजनों ने पुलिस प्रशासन पर कार्रवाई में ढिलाई बरतने के आरोप लगाए। परिजनों ने पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। सूचना के बाद मौके पर पहुंचें डीएसपी जय सिंह ने परिजनों को आश्वासन दिया। जिसके बाद परिजनों का गुस्सा शांत हुआ और शव का संस्कार किया गया।
वर्जन-
रांवर गांव में नरेंद्र की मौत के मामले में निर्मल व नरेश नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। जबकि अन्य आरोपियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज है। अन्य आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मामले की जांच की जा रही है।
-जय सिंह, डीएसपी, घरौंडा।