ओवरलोड जांच चेकपोस्ट पर सिपाही रहस्यमयी परिस्थिति में गायब, मेरठ में भर्ती
जागरण संवाददाता, करनाल : ओवरलोड वाहनों की जांच के लिए बनाए गए मंगलोरा चेकपोस्ट पर एक
जागरण संवाददाता, करनाल : ओवरलोड वाहनों की जांच के लिए बनाए गए मंगलोरा चेकपोस्ट पर एक सिपाही विक्रमजीत ¨सह रहस्यमयी तरीके से शनिवार की रात गायब हो गया। रविवार को जब सिपाही वापस आया तो उसने जो पर्दाफाश किया, इससे वह खुद ही संदेह के घेरे में आ रहा है। जांच टीम के एक सदस्य ने बताया कि सिपाही ने जो स्टेटमेंट दी वह कई सवाल खड़े कर रही है। उसने बताया कि वह खुद ही बेहोश हो गया था। जब होश आया तो खुद को मेरठ (उत्तर प्रदेश) के सामान्य अस्पताल में भर्ती पाया।
उठाया या वह खुद गायब हुआ
अब पुलिस जांच कर रही है कि सिपाही खुद गायब हुआ या फिर उसे ओवरलोड माफिया ही उठा कर ले गया। मंगलौरा पुलिस चौकी के इंचार्ज अनील मलिक ने बताया कि शुरुआत में सिपाही ने जो स्टेटमेंट दी, उसे ही आधार बना कर जांच की जा रही है। मामले के बारे में एसपी को भी बता दिया गया है। उन्होंने बताया कि अभी इस बारे में आगे की जांच जारी है। उन्होंने बताया कि सिपाही ने जानकारी दी कि रात को उसके पेट में गैस बनी, इस वजह से बेहोश हो गया। होश आने पर पता चला कि वह मेरठ में है।
जांच टीम यकीन नहीं कर रही है
सूत्रों के मुताबिक रात को नाके पर ओवरलोड वाहनों की जांच की जा रही थी। इस वजह से जाम लगा हुआ था। ऐसे में नाके पर तैनात सिपाही व कर्मी जाम खुलवाने के लिए चले गए। जब वापस आए तो पाया कि विक्रमजीत ¨सह नहीं है। उसकी खोज की, लेकिन पता नहीं चला। क्योंकि नाके पर ओवरलोड माफिया भी सक्रिय हैं। कुछ दिन से उनकी गतिविधियां भी बढ़ रही है। ऐसे में उन्हें किसी अनहोनी की आशंका हुई। काफी खोजबीन के बाद भी सिपाही का पता नहीं चल। खुद बेहोश होने की थ्योरी पर जांच टीम यकीन नहीं कर रही है। क्योंकि ऐसा संभव नहीं कि कोई बेहोश हो जाए और इसी हालत में मेरठ तक पहुंच जाए।
मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी
इधर, चौकी इंचार्ज ने बताया कि इस मामले की जानकारी एसपी को दी है। आगे इस मामले में क्या करना है यह सोमवार को तय किया जाएगा। सिपाही के नाके से गायब होने की घटना के बाद यहां कार्यरत अन्य कर्मियों में भी डर का माहौल बना हुआ है।
ओवरलोड पर रोक लगाने के लिए बनाए गए इंटरस्टेट चेकपोस्ट
ओवरलोड वाहन माफिया पर रोक लगाने के लिए करनाल में यह स्पेशल नाका लगेगा गया है। यहां अलग अलग विभाग के 11-11 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। इस तरह के करनाल में छह नाके बनाए जाने है । ऐसे नाके 18 बनाए जाने हैं। मंगलौरा में इस क्रम का यह पहला नाका है। नाके वहां लगाए गए जहां दूसरे राज्यों से वाहन प्रदेश की सीमा में प्रवेश करते हैं। ओवरलोड पर पारदर्शी तरीके से रोक लगाई जा सके, इसी वजह से नाकों पर अलग अलग विभाग के कर्मचारी तैनात किए गए हैं।