कोई गरीब इलाज से वंचित ना रहे, इसलिए हर सरकारी चिकित्सा संस्थान में जुटाने होंगे संसाधन
कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में चल रहे दो दिवसीय शल्य चिकित्सा कार्यशाला व अधिवेशन का रविवार को समापन हो गया।
जागरण संवाददाता, करनाल : कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में चल रहे दो दिवसीय शल्य चिकित्सा कार्यशाला व अधिवेशन का रविवार को समापन हो गया। प्रदेशभर से आए करीब 300 से अधिक चिकित्सकों ने अलग-अलग विषयों पर अपनी पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन रखी। इसमें चिकित्सा के क्षेत्र में रोजाना आ रही नई तकनीकों के सफल प्रयोग के बारे में विस्तार से बताया। इसी बीच दो दिन तक चले इस मंथन से निकलने वाले अहम जानकारियों को संजोया गया, ताकि वह मरीजों के काम आ सके। इस दो दिन के कार्यक्रम में सबसे अच्छी बात यह रही कि सभी चिकित्सक गरीबों को बेहतर व मंहंगे से महंगा इलाज पहुंचाने को लेकर चितित दिखाई दिए। इसका एक रास्ता भी निकाला गया। इसके तहत सभी चिकित्सकों ने कहा कि यदि प्रदेश भर के सरकारी संस्थानों में चिकित्सा से जुड़े आधुनिक उपकरण मुहैया हो जाएं तो शायद ही कोई गरीब व्यक्ति होगा जिसको उसका लाभ ना मिले। महंगे से महंगा इलाज भी हर गरीब व्यक्ति की पहुंच में आ जाएगा। इस मौके पर केसीजीएमसी के निदेशक डॉ. जगदीश चंद्र दुरेजा, सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. निवेश अग्रवाल, एसोसिएट प्रो. डॉ. गौरव थामी, डॉ. गुलशन गर्ग व डॉ. गुंजन चौधरी मौजूद रहे। संसाधनों के अभाव में बढ़ता जा रहा मर्ज
लोगों को बेहतर इलाज देने के लिए चले दो दिन तक मंथन के बाद यह बात निकलकर सामने आई कि सरकारी चिकित्सा संस्थानों में संसाधनों की कमी के कारण मरीजों का मर्ज बढ़ता चला गया। एसोसिएशन ने सरकार से आह्वान किया कि अब समय है कि हर गरीब लोगों को अच्छा इलाज मिले। चिकित्सा क्षेत्र में आई नई तकनीक से उनका इलाज हो इसलिए संसाधनों की तरफ ध्यान दिया जाए। शल्य चिकित्सा के विद्यार्थियों पर रहा फोकस
राज्यस्तरीय अधिवेशन में हरियाणा व अन्य राज्यों से वरिष्ठ चिकित्सक व प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इसमें शल्य चिकित्सा के विद्यार्थियों ने भी इसमें बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। डॉ. गौरव थामी ने कहा कि शल्य चिकित्सा के क्षेत्र में हुई नई तकनीकी विकास व अनुसंधान पर चर्चा हुई है। कार्यशाला में चर्चा हुई कि चिकित्सा के क्षेत्र में हुई उन्नति का लाभ समाज के हर क्षेत्र के नागरिक को पहुंचाया जाए। चिकित्सा विद्यार्थी निरंतर नए शोध कर सफलता की नई इबारत लिखने को तैयार होंगे।