जिले में चलाया जाएगा राष्ट्रीय श्रवण जागरूकता अभियान : डीसी
विश्व श्रवण दिवस को लेकर राष्ट्रीय श्रवण जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। अभियान के तहत जिला प्रशासन की ओर से ग्राम पंचायत द्वारा ग्राम सभाओं का आयोजन व शिक्षण संस्थाओं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता रैली बैनर पोस्टर तथा संबंधित विभागों द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से बहरापन नामक स्वास्थ्य स्थिति के बारे में लोगों को जागरूक किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, करनाल :
विश्व श्रवण दिवस को लेकर राष्ट्रीय श्रवण जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। अभियान के तहत जिला प्रशासन की ओर से ग्राम पंचायत द्वारा ग्राम सभाओं का आयोजन व शिक्षण संस्थाओं, स्वास्थ्य विभाग द्वारा जागरूकता रैली, बैनर, पोस्टर तथा संबंधित विभागों द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से बहरापन नामक स्वास्थ्य स्थिति के बारे में लोगों को जागरूक किया जाएगा। डीसी निशांत कुमार यादव ने बताया कि तीन मार्च को विश्व श्रवण दिवस के अवसर पर जिला में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को लेकर संबंधित विभाग अधिकारियों को कार्यक्रम को सफलतापूर्वक सम्पन्न करवाने के आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बहरापन नामक स्वास्थ्य स्थिति के बारे में बताया कि भारत में प्रति एक लाख की आबादी पर 291 व्यक्ति ऐसे हैं जो सुनने में असक्षम हैं और गंभीर रूप से पीड़ित हैं। इनमें 0 से 14 वर्ष तक की आयु के बीच में एक बड़ा प्रतिशत बच्चों का है। यह रोग आनुवंशिक कारणों, जन्म से जटिलताओं, कुछ संक्रामक रोगों, कान में लंबे समय तक संक्रमण, ऑटोटॉक्सिक दवाओं के उपयोग, अत्याधिक शोर तथा उम्र बढ़ने से होता है। इस रोग के बारे में चिता करने की बात नहीं है। इसे आसानी से रोका जा सकता है। उन्होंने बताया कि हमारे युवाओं में इस समस्या के कारण देश की भौतिक और आर्थिक स्थिति एवं उत्पादन क्षमता को नुकसान हो रहा है। इसलिए अपने समुदाय में श्रवण बाधित और बहरेपन के मामलों की शीघ्र पहचान करें और ऐसे व्यक्ति और बच्चों को बुनियादी उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भेजें। डीसी ने ग्राम पंचायतों को निर्देश दिए हैं कि राष्ट्रीय श्रवण जागरूकता अभियान के लिए ग्राम सभाओं की बैठकों में बहरापन नाम स्वास्थ्य स्थिति के बारे में लोगों को जागरूक करें।