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स्वच्छता की कसौटी पर करनाल को परखेगी मंत्रालय की टीम, कल से सर्वे शुरू

जागरण संवाददाता, करनाल स्वच्छता के मामले में करनाल कहां है? यहां गंदगी फैलाने की आदत

By JagranEdited By: Published: Wed, 17 Jan 2018 03:01 AM (IST)Updated: Wed, 17 Jan 2018 03:01 AM (IST)
स्वच्छता की कसौटी पर करनाल को परखेगी मंत्रालय की टीम, कल से सर्वे शुरू
स्वच्छता की कसौटी पर करनाल को परखेगी मंत्रालय की टीम, कल से सर्वे शुरू

जागरण संवाददाता, करनाल

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स्वच्छता के मामले में करनाल कहां है? यहां गंदगी फैलाने की आदत में कितना बदलाव आया। या फिर आज भी यहां के नागरिक शहर को गंदा करने में ही जुटे हैं। बीते सर्वेक्षण में उत्तर भारत के अव्वल शहर की आज क्या स्थिति है। क्या सफाई केवल कागजों में हो रही है या फिर जमीनी स्तर पर भी हालात में सुधार हुआ है।

स्वच्छता को लेकर स्थानीय निकाय कितना संजीदा है। लोगों की इसमें क्या भूमिका है। इन सभी सवालों का उत्तर खोजने केंद्रीय मंत्रालय की टीम 18 जनवरी को करनाल में आएगी। यह टीम तीन दिन शहर में रहेगी। मंत्रालय से ऑनलाइन निर्देश मिलेंगे। इसके बाद संबंधित क्षेत्र में जाकर वैबसाइट पर फोटो अपलोड की जाएगी। यह टीम लोगों से भी रूबरू होगी। नगर निगम के दस्तावेजों की फाइल को खंगालेगी। करनाल के लोग इसे हल्के में नहीं लें।

इन तीन मापदंडों पर खरे उतरे तो स्वच्छता का ताज हमारा

1. 1400 नंबर की डाक्यूमेंट फाइल : नगर निगम ने करीब 2000 पेज की डॉक्यूमेंट फाइल तैयार की है। 4 हजार नंबर की स्वच्छ सर्वेक्षण परीक्षा में इसके 1400 अंक हैं। यानि 35 प्रतिशत। निगम के अधिकारियों का दावा है कि इसमें करनाल को अच्छे नंबर मिलेंगे। हर घर से कचरा उठान व शहर को खुले में शौच से मुक्त बनाने के 840 नंबर हैं। 350 अंक कचरे के निस्तारण के आधार पर मिलेंगे। लोगों को अभियान का हिस्सा बनाने के लिए निगम ने क्या-क्या किया इसके 70 अंक हैं। साफ-सफाई के लिए लीक से हटकर क्या किया। निगम ने बेहतरीन काम किया होगा तभी यह 1400 अंक करनाल को मिलेंगे।

2. सकारात्मक फीडबैक दें, 1400 अंक कैश करें : स्वच्छ सर्वेक्षण के साथ ही चार जनवरी से ऑनलाइन सिटीजन फीडबैक शुरू हो चुका है। केंद्रीय मंत्रालय की वैबसाइट स्वच्छ सर्वेक्षण 2018 डॉट ओआरजी पर नागरिक अपना फीडबैक दे सकते हैं। 1969 पर कॉल करके भी ऐसा किया जा सकता है। इसके अलावा मंत्रालय भी अपने स्तर पर शहर के चु¨नदा लोगों को कॉल करके सफाई व्यवस्था पर राय लेगा। लोगों ने सकारात्मक फीडबैक दिया तो 1400 अंक मिलेंगे। खामी गिनाई तो हमारा शहर पिछड़ सकता है।

3. अपने आस-पास का एरिया साफ रखें, 1200 अंक पक्के : शहर में स्वच्छता का मुआयना करने आई टीम को नहीं पता होगा कि उन्हें कहां-कहां का दौरा करना है। उनके पास मंत्रालय से चंद मिनट पहले ही मैसेज कि उन्हें कहां जाना है। इसके बाद टीम मौके पर जाएगी और वहां की फोटो साथ की साथ अपलोड करेगी। इसके 1200 अंक हैं। यह नंबर नागरिक सहभागिता के बिना संभव नहीं। इसलिए अपने आस-पास के स्थानों पर टॉयलेट को साफ-सुथरा रखें। टीम को शहर में सफाई मिली तो यह अंक पक्के। इसलिए तैयार रहें।

1520 शहरों के सर्वे की लिस्ट जारी

केंद्रीय मंत्रालय ने 22 जनवरी तक की लिस्ट जारी कर दी है। इसमें 4041 में से 1520 शहरों का नाम हैं। करनाल भी इनमें शामिल है। 2 से पांच लाख की आबादी के शहरों की श्रेणी में कर्णनगरी को परखा जाएगा। शहर व कस्बे में तीन दिन टीम रहेगी।

सफाई में भागीदार बनें : धीरज

नगर निगम के ईओ धीरज कुमार ने शहर के नागरिकों का आह्वान किया कि वह स्वच्छता की इस परीक्षा में भागीदार बनें। सबसे पहले अपने आस-पास के एरिया की सफाई रखें। गंदगी दिखाई दे तो संकोच छोड़ खुद भी श्रमदान करें। ऑनलाइन सिटीजन फीडबैक देकर जागरूक नागरिक होने का फर्ज अदा करें। शहर को लोगों के सकारात्मक फीडबैक जरूरत है। जिस देश को शहीदों ने शहादत से सींचा है उसे गंदा करके उनका अपमान नहीं करें।


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