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महान समाज सुधारक, दार्शनिक व कवि थे संत शिरोमणि गुरु रविदास : कर्णदेव

राज्य मंत्री कर्णदेव कांबोज ने कहा कि भारत में समय-समय पर अनेक संत महात्माओं ने जन्म लिया। इन्ही महान संतों में से एक संत थे गुरु रविदास जी। वे 15वीं सदी के महान समाज सुधारक, दार्शनिक कवि तथा आध्यात्मिक विभूति थे। उनकी रचनाओं की विशेषता लोकवाणी रही है जिसने जन मानस को बहुत प्रभावित किया है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 08:54 AM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 08:54 AM (IST)
महान समाज सुधारक, दार्शनिक व कवि थे संत शिरोमणि गुरु रविदास : कर्णदेव
महान समाज सुधारक, दार्शनिक व कवि थे संत शिरोमणि गुरु रविदास : कर्णदेव

संवाद सहयोगी, इंद्री/गढ़ीबीरबल : राज्य मंत्री कर्णदेव कांबोज ने कहा कि भारत में समय-समय पर अनेक संत महात्माओं ने जन्म लिया। इन्ही महान संतों में से एक संत थे गुरु रविदास जी। वे 15वीं सदी के महान समाज सुधारक, दार्शनिक कवि तथा आध्यात्मिक विभूति थे। उनकी रचनाओं की विशेषता लोकवाणी रही है जिसने जन मानस को बहुत प्रभावित किया है।

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मंत्री कर्णदेव कांबोज मंगलवार को इंद्री विधानसभा के गांव कलसौरा व ब्याना में संत शिरोमणि गुरु रविदास की 642वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में बोल रहे थे। सबसे पहले उन्होंने संत शिरोमणि रविदास जी के चित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किए और सभी को बधाई दी।

उन्होंने कहा कि संत रविदास जी महाराज ने समाज में व्याप्त ऊंच-नीच, जात-पात की भावना तथा ईश्वर भक्ति के नाम पर किए जाने वाले विवाद को निरर्थक बताया और सबको परस्पर मिल जुलकर प्रेमपूर्वक रहने का उपदेश दिया। उन्होंने मानवता का संदेश देते हुए समाज को नई दिशा दी। उनका संदेश दुनिया के रहते हुए सदा प्रासंगिक रहेगा। इस अवसर पर भाजपा कार्यकर्ता रणबीर गोयत उपस्थित थे।


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