Karnal Crime: बिटकॉइन में पैसा लगाकर तीन गुना करने का दिया झांसा, दो गिरफ्तार, गिरोह के सरगना की तलाश
बिटक्वाइन और गेल पाइप लाइन के बिजनेस में रुपये लगाने व तीन गुना मुनाफे का लालच देकर धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपितों को करनाल के डिटेक्टिव स्टाफ ने गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से 14 हजार रुपये भी बरामद किए गए हैं। यह पांच लोगों को गिरोह है।
करनाल, जागरण संवाददाता : बिटक्वाइन और गेल पाइप लाइन के बिजनेस में रुपये लगाने व तीन गुना मुनाफे का लालच देकर धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपितों को करनाल के डिटेक्टिव स्टाफ ने गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से 14 हजार रुपये भी बरामद किए गए हैं। यह पांच लोगों को गिरोह है।
गिरोह का सरगना अभी पुलिस की पकड़ से दूर है। सरगना समेत गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है।
बिटक्वाइन और गेल पाइपलाइन का था बिजनेस
डिटेक्टिव स्टाफ इंचार्ज एसआई अनिल कुमार ने बताया कि गांव जीरकपुर निवासी नरेंद्र कुमार ने 22 मार्च को शिकायत देकर बताया कि 27 फरवरी 2023 को उनके पास अनजान नंबर से कॉल आया। कॉल करने वाले ने अपना नाम काशिफ बताया और कहा कि उनके दिल्ली निवासी एक दोस्त से उनका नंबर लिया है। काशिफ ने कहा कि उसका बिटक्वाइन और गेल पाइपलाइन का बिजनेस है। वह भी बिजनेस में रुपये लगाकर मोटा मुनाफा कमा सकते हैं।
तीन गुना रुपये करने का लालच दिया
आरोपित ने पीड़ित को कुछ ही समय में तीन गुना मुनाफे का लालच दिया। इसके बाद आरोपित अपने एक साथी के साथ करनाल की सीएचडी सिटी स्थित दफ्तर पर मिला। जहां पीड़ित ने आरोपित को 50 हजार रुपये दे दिये। इसके बाद आरोपितों ने पांच लाख रुपये और इन्वेस्ट करने की बात कहा और तीन गुना रुपये का लालच दिया। शक होने पर नरेंद्र कुमार ने पुलिस को शिकायत दे दी।
तफ्तीश एसआई जसबीर तुली को सौंपी गई
इस मामले की आगामी तफ्तीश एसआई जसबीर तुली को सौंपी गई। पुलिस ने मामले में उत्तर प्रदेश के जिला अलीगढ़ की सिल्वर स्टेट कॉलोनी दोधुपर निवासी काशिफ और उत्तर प्रदेश के जिला बागपत के गांव शाहपुर बड़ोली निवासी दीपक तोमर को गांव उचाना से गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों को कोर्ट में पेश करके तीन दिन के रिमांड पर लिया गया।
रिमांड के दौरान आरोपितों ने बताया कि उनका पांच लोगों का गिरोह है। वे लोगों कॉल करके बिजनेस में रुपये लगाने के साथ कुछ ही समय में रुपये तीन गुना करने का लालच देकर फंसाते हैं। गिरोह का मास्टरमाइंड नरेश है। आरोपितों का सीएचडी सिटी में आफिस है। यहां लोगों को बुलाकर फसाया जाता था। आरोपितों के कब्जे से 14 हजार रुपये बरामद किए गए हैं। अब पुलिस मास्टर माइंड नरेश समेत अन्य सदस्यों की तलाश में लगी है।
असली नोट पर पाउडर लगाकर देते थे झांसा
पुलिस ने बताया कि लोगों का विश्वास जीतने के लिए आरोपित असली नोट पर एक प्रकार का पाउडर लगाते थे। पीड़ित के सामने ही पाउडर लगे नोट को पानी में डुबोते थे और कहते थे कि उनके पास एक विशेष प्रकार का पाउडर है, जिससे एक कागज नोट में बदल जाता है। आरोपित विश्वास दिलाने के लिए पीड़ित के सामने उस नोट को मार्केट में चलाते थे। इस कारण पीड़ित उनके जाल में फंसकर अपने रुपये गंवाते रहे हैं।