खेलों इंडिया के तहत साई टीम दौरे पर पहुंची करनाल, खिलाड़ियों की रिहायश को लेकर चर्चा
जागरण संवाददाता करनाल खेलो इंडिया यूथ गेम के तहत स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अि
जागरण संवाददाता, करनाल : खेलो इंडिया यूथ गेम के तहत स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों की टीम ने भारतीय डेयरी अनुसंधान संस्थान स्थित मल्टीपर्पज हाल का दौरा किया। पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत टीम सुबह दस शहर में पहुंची और जिले के अधिकारियों के साथ खो-खो और टेबल टेनिस मुकाबलों के लिए मैदान की जांच की गई। इस दौरान लगभग 700 से अधिक खिलाड़ियों के ठहराव पर भी चर्चा की गई। जिला खेल अधिकारी दिलबाग सिंह के नेतृत्व में टीम ने कर्ण स्टेडियम में फुटबाल मैदान पर संतुष्टि जताई।
खेल सुविधाओं को लेकर विभिन्न विषयों पर चर्चा
दिलबाग सिंह ने बताया कि खेलो इंडिया के तहत करनाल में टेबल टेनिस और खो-खो मुकाबले करनाल में करवाए जाने हैं। इसके तहत भारतीय खेल प्राधिकरण की टीम ने मैदान का दौरा किया। सुबह 10 बजे साई अधिकारियों ने पहुंच खिलाड़ियों की रिहायश और खेल को लेकर चर्चा की। टीम ने कर्ण स्टेडियम में फुटबाल के मैदान पर भी संतुष्टि जताई है। उन्होंने बताया कि देश भर से 17 से 21 वर्ष आयु के खो-खो और टेबल टेनिस के लगभग 700 खिलाड़ी यहां मुकाबलों में हिस्सा लेंगे। इस मौके पर खेलो इंडिया के वरिष्ठ निदेश सत्यनारायण मीणा, चेयरपर्सन राजिद्र सिंह, सहायक निदेशक शिबंदा मिश्रा, प्रशांत सिंह, वरुण सचदेव, रोशन वासल, गोपाल खंडपाल, भानू प्रताप सिंह राठौड़, सखीना कमल, डिप्टी खेल अधिकारी सत्यनारायण, जोगेंद्र सिंह मौजूद थे।
जिले के खिलाड़ियों को मिलेगा प्रोत्साहन : डीसी
उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि हरियाणा खेल के क्षेत्र में हब के रूप में विकसित हो रहा है। युवाओं को खेलों से जोडऩे के लिए प्रदेश में नई खेल नीति बनाई गई है। अब खेलो इंडिया के तहत राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं ओलिपिक के बाद पंचकूला में आयोजित होंगी। इस बार खेलो इंडिया कार्यक्रम का मेजबान हरियाणा है। इसकी तैयारी में खेल विभाग जुटा हुआ है। युवाओं को भी संकल्प लेना होगा कि हम इतनी मेहनत करें कि पिछले वर्ष में दूसरे नम्बर पर आए थे परन्तु अब इन खेलों में प्रथम स्थान प्राप्त कर देश व प्रदेश का नाम रोशन करेंगे, इसके लिए हरियाणा सरकार खिलाडिय़ों को विशेष सहूलियत दे रही है। युवा खेलों से जुड़े, इसके लिए प्रदेश में 525 खेल नर्सरी बनाई गई। इतना ही नहीं गांव के लोगों की खेलों में रूचि बढ़े, इसके लिए खेल व्यायामशालाएं बनाई गई तथा खेल स्टेडियमों का सुधारीकरण किया जा रहा है।