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नौकरी है मजबूरी, सुहागिनों ने मंगलसूत्र उतारे, पंडित ने जनेऊ

जागरण संवाददाता, करनाल अव्यवस्थाओं के बीच शहर में 67 परीक्षा केंद्र पर हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ओर से ग्रुप डी की परीक्षा आयोजित हुई। अभ्यर्थियों के सामने ऐसी मजबूरी खड़ी कर दी गई कि सुगाहिनों को मंगल सूत्र उतारना पड़ा और पंडित को जनेऊ। शहर में व्यवस्था का हाल यह था कि सभी प्रमुख सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए।

By JagranEdited By: Published: Sun, 11 Nov 2018 12:55 AM (IST)Updated: Sun, 11 Nov 2018 12:55 AM (IST)
नौकरी है मजबूरी, सुहागिनों ने मंगलसूत्र उतारे, पंडित ने जनेऊ
नौकरी है मजबूरी, सुहागिनों ने मंगलसूत्र उतारे, पंडित ने जनेऊ

जागरण संवाददाता, करनाल

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अव्यवस्थाओं के बीच शहर में 67 परीक्षा केंद्र पर हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ओर से ग्रुप डी की परीक्षा आयोजित हुई। अभ्यर्थियों के सामने ऐसी मजबूरी खड़ी कर दी गई कि सुगाहिनों को मंगल सूत्र उतारना पड़ा और पंडित को जनेऊ। शहर में व्यवस्था का हाल यह था कि सभी प्रमुख सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए। जाम के झाम के आगे पुलिस भी बेबस रही। कई जगहों पर हाथों में डंडे लिए पुलिस कर्मचारी जाम को खुलवाने के लिए मशक्कत करते दिखे।

परीक्षा को नकल रहित कराने के नियमों के चलते बहुतेरे अभ्यर्थियों को परीक्षा का सामना करना पड़ा। शहर में स्थापित 67 परीक्षा केंद्रों में सुबह और शाम के सत्र की परीक्षा ली गई। परीक्षा केंद्रों के बाहर पुलिस मुस्तैद रही। केंद्रों में लगाए थे जैमर

डीसी और एसपी ने किया निरीक्षण

परीक्षा शांतिपूर्ण और नकल रहित हुई। सुबह के परीक्षा सत्र में जिला के दोनों आला अधिकारी डीसी डॉ. आदित्य दहिया और पुलिस अधीक्षक एसएस भौरिया ने विभिन्न परीक्षा केंद्रों मे जाकर औचक निरीक्षण किया। परीक्षा केंद्रों पर जैमर, सीसीटीवी तक की व्यवस्था थी, जिससे कि इम्तिहान पारदर्शिता और सुनियोजित ढंग से संपन्न हों। दुहाई भी नहीं आई काम

आयोग के निर्देशों के चलते परीक्षार्थियों के लिए जनेऊ और मंगल सूत्र के अलावा मोबाइल, घड़ी, पेन, पेंसिल, शार्पनर, इरेजर और महिलाओं की गले की चेन और कान की बालियां तक अंदर ले जाने की इजाजत नहीं थी। नियमों के सामने अभ्यर्थियों की दुहाई भी काम नहीं आई। 28 हजार 209 अभ्यर्थियों ने दी परीक्षा

शहर में स्थापित परीक्षा केंद्रों में सुबह और शाम के सत्र में 28 हजार 209 अभ्यार्थियों ने परीक्षा दी। हालांकि दोनों सत्रों में परीक्षा के लिए 41 हजार 456 अभ्यर्थी आने थे, लेकिन 13 हजार 247 अभ्यार्थी परीक्षा देने नहीं पहुंचे। परीक्षा देने के लिए प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से अभ्यर्थी आए तो साथ ही दूसरे राज्यों के युवाओं ने भी इस परीक्षा के लिए आवेदन किया था। शहर के मुख्य मार्ग रहे जाम

शहर के मुख्य मार्ग दिनभर जाम रहे। जिन क्षेत्रों में परीक्षा केंद्र थे, उन क्षेत्रों में वाहन चालक आधा-आधा घंटे तक जाम में फंसे रहे। रेलवे रोड से बस स्टैंड से होकर अंबेडकर चौक की ओर जाने वाले मार्ग को पुलिस ने वन वे भी कर दिया। बावजूद इसके स्थिति में सुधार नहीं आया। रेलवे रोड, दयाल ¨सह कॉलेज, पंडित चिरंजी लाल राजकीय महाविद्यालय, एसबीएस चौक और आइटीआइ चौक पर शाम तक जाम की स्थिति रही। जनेऊ उतारने जाने की जानकारी नहीं : सुमित सिहाग

परीक्षा के नोडल अधिकारी इंद्री के एसडीएम सुमित सिहाग ने कहा कि अभ्यर्थियों के जनेऊ उतारने जाने की जानकारी नहीं है। इस तरह के किसी नियम के बारे में भी उन्हें नहीं पता। इसके अलावा परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से ली गई है।


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