भागवत कथा के हर अध्याय के अंत में योग : जितेंद्र गुप्ता
दिनेश गुलाटी के मेरा मिशन स्वस्थ करनाल के तहत फव्वारा पार्क में लगाई जा रही योग कक्षा में जितेंद्र गुप्ता को उनकी सेवाओं के लिए मेडल पहनाकर सम्मानित किया गया। योग सत्र की शुरुआत में जितेंद्र गुप्ता ने सूक्ष्म व्यायाम की क्रियाओं का अभ्यास कराया। इसके बाद विभिन्न आसन कराए गए। प्राणायाम के सत्र के दौरान जितेंद्र गुप्ता ने श्रीमदभागवत और योग के बारे में विस्तार से बताया कि भागवत कथा के हर अध्याय के अंत में योग है। उन्होंने ज्ञान योग कर्म योग और भक्ति योग का विस्तार से वर्णन किया कि कर्म के बिना हमारा जीवन संभव नहीं और भक्ति के बिना मनुष्य ऐसा है जैसे नामक के बिना व्यंजन। ज्ञान में पतन की संभावना है क्योंकि अहंकार हो जाता है अत कर्म को ही भक्ति बना लो। योग शिक्षक दिनेश गुलाटी ने कहा कि योग ही मनुष्य की हर समस्या का समाधान है और योग के द्वारा ही हम हर प्रकार की परिस्थिति और विपरित का सामना कर सकते हैं।
जागरण संवाददाता, करनाल : दिनेश गुलाटी के मेरा मिशन स्वस्थ करनाल के तहत फव्वारा पार्क में लगाई जा रही योग कक्षा में जितेंद्र गुप्ता को उनकी सेवाओं के लिए मेडल पहनाकर सम्मानित किया गया। योग सत्र की शुरुआत में जितेंद्र गुप्ता ने सूक्ष्म व्यायाम की क्रियाओं का अभ्यास कराया। इसके बाद विभिन्न आसन कराए गए। प्राणायाम के सत्र के दौरान जितेंद्र गुप्ता ने श्रीमदभागवत और योग के बारे में विस्तार से बताया कि भागवत कथा के हर अध्याय के अंत में योग है। उन्होंने ज्ञान योग, कर्म योग और भक्ति योग का विस्तार से वर्णन किया कि कर्म के बिना हमारा जीवन संभव नहीं और भक्ति के बिना मनुष्य ऐसा है जैसे नामक के बिना व्यंजन। ज्ञान में पतन की संभावना है क्योंकि अहंकार हो जाता है, अत: कर्म को ही भक्ति बना लो। योग शिक्षक दिनेश गुलाटी ने कहा कि योग ही मनुष्य की हर समस्या का समाधान है और योग के द्वारा ही हम हर प्रकार की परिस्थिति और विपरित का सामना कर सकते हैं।
इस अवसर पर योग शिक्षक नवीन संदूजा, नीलम बठला, निधि गुप्ता, स्वदेश मदान, गोकुल किशोर, राघव, वासु, राज कक्कड़, सुरेश पुनिया, वीरेंद्र अदलखा, राजीव बैजल, आरती बैजाल, सुदेश, उर्मिला, नीरू, पूर्वी आहुजा व अनु चावला मौजूद रहे।