जागरण ने उठाया मुद्दा तो रेडीमेड मैटीरियल से भरे जा रहे नई सड़कों के गड्ढे
करनाल में निगम चुनाव में बनी सड़कें जो एक माह भी नहीं चली थी। अब उनकी मरम्मत की जा रही है।
जागरण संवाददाता, करनाल : निगम चुनाव में बनी सड़कें जो एक माह भी नहीं चली थी। अब उनकी मरम्मत का कार्य शुरू हो चुका है। ठंड की वजह अभी सही तरह से मरम्मत संभव नहीं है। इसलिए नगर निगम ने रेडिमेड मैटीरियल से गड्ढों को भरा जा रहा है। 15 फरवरी के बाद मौसम में परिवर्तन होने पर इन सड़कों पर एक लेयर और बिछाई जाएगी। नई बनी सड़कों की उखड़ी बजरी से शहरवासियों को बहुत परेशानी आ रही थी। दैनिक जागरण से शहर के लोगों ने संपर्क किया, इसके बाद विशेषज्ञों के साथ मिल कर जागरण ने सड़कों के खराब हालत को 4 जनवरी के अंक में निगम चुनाव के दौरान बनी सड़कें एक माह भी नहीं चली, एसई का तर्क फाइनल टच देना बाकी शीर्षक से प्रमुखता से उजागर किया था। इस खबर के बाद प्रशासन नींद से जागा। आनन फानन में रिपेयर का काम शुरू किया। तय किया कि फौरी राहत के लिए रेडिमेड मैटिरियल से खतरनाक गड्ढे भरे जाएंगे। यह काम चल रहा है।
स्पेशल मैटिरियल इसलिए ताकि सर्दी में काम चल सके
नगर निगम चुनाव से कुछ दिन पहले सेक्टर-12 और सेक्टर-13 के अलावा अन्य सड़कें बनाई गई थी। इन पर करीब 2.5 करोड़ रुपये की लागत आई है। निगम ने शैलमैक कंपनी से पै¨कग मैटिरियल मंगवाया है। इसकी खासियत यह है कि कम तापमान भी सड़क पर पकड़ बना लेता है। इसे तैयार करना नहीं पड़ता, पै¨कग खोलों और यूज कर सकते हैं। मैटिरियल सामान्य तरीके से की जाने वाली रिपेयर से दो गुणा महंगा पड़ता है। यह जहां एक बार चिपक गया, वहां से सड़क टूटती नहीं है। महंगा होने की वजह से स्पेशल मौके पर इस्तेमाल किया जाता है।
तारकोल क्योंकि न्यूनतम 15 डिग्री से अधिक तापमान में ही असरकार है
अभी क्योंकि न्यूनतम तापमान ही 2.6 डिग्री पर है। तारकोल के अंदर जो ऑयल कंटेंट है वह पकड़ नहीं बना पाता। सामान्यता यह माना जाता है कि 15 फरवरी के बाद न्यूनतम तापमान 15 डिग्री से उपर हो जाता है। यहीं वजह है कि रोड रिपयेर के लिए यहीं डेट लाइन निश्चित की गई है। वर्जन-
नई सड़कें बनाई गई थी। अभी प्रोजेक्ट का काम पूरा नहीं हुआ है। जहां सड़कें उखड़ी हैं, वहां गड्ढे भर कर मोटरेबल किया जा रहा है। फरवरी के बाद मौसम खुलने पर ही इन सड़कों पर फाइनल लेयर बिछाने का काम शुरू करेंगे। - रामजी लाल, एसई नगर निगम।