पनौड़ी रोड पर काटी गई अवैध कालोनी, डीटीपी विभाग को नहीं कोई जानकारी
लॉकडाउन में कालोनाइजरों ने पनौड़ी रोड पर तीन एकड़ में अवैध कालोनी काट दी है। अवैध कालोनी में कच्ची सड़कें बनाई गई हैं और प्लाटों की मार्किंग हो चुकी है। बिना किसी विभागीय परमिशन के काटी गई इस कालोनी में रिहायशी व कमर्शियल दोनों तरह के प्लाट बेचे जा रहे हैं। लोगों को झांसा देने के लिए कालोनाइजरों ने निर्माण भी शुरू कर दिया है। अवैध कालोनियों को पनपने से रोकने का जिम्मा संभाल रहे डीटीपी विभाग व नगरपालिका ने फिलहाल तक इस कालोनी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया है।
संवाद सहयोगी, घरौंडा : लॉकडाउन में कालोनाइजरों ने पनौड़ी रोड पर तीन एकड़ में अवैध कालोनी काट दी है। अवैध कालोनी में कच्ची सड़कें बनाई गई हैं और प्लाटों की मार्किंग हो चुकी है। बिना किसी विभागीय परमिशन के काटी गई इस कालोनी में रिहायशी व कमर्शियल दोनों तरह के प्लाट बेचे जा रहे हैं। लोगों को झांसा देने के लिए कालोनाइजरों ने निर्माण भी शुरू कर दिया है। अवैध कालोनियों को पनपने से रोकने का जिम्मा संभाल रहे डीटीपी विभाग व नगरपालिका ने फिलहाल तक इस कालोनी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया है।
कोरोना महामारी के कारण लागू हुए लॉकडाउन में शासन-प्रशासन स्वास्थ्य सेवाओं को दुरूस्त करने में व्यस्त है। वहीं भू-माफिया इस आपदा को अवसर बनाने में जुटा हुआ है। शहर के पनौड़ी रोड पर कालोनाइजरों ने लगभग तीन एकड़ में अवैध कालोनी काटते हुए कच्ची गलियों का निर्माण भी कर दिया। पनौड़ी रोड से लगते हुए कालोनी के हिस्से को कमर्शियल बनाया गया है और यहां पर दुकानों के प्लाट काटे गए हैं। जबकि अंदर की तरफ बनाई गई कच्ची गलियों में रिहायशी प्लाट रखे गए हैं। कमर्शियल दुकानों के रेट जहां लाखों रुपये रखा गया है वहीं मकान के प्लाट का रेट दस हजार रुपये प्रति गज निकाला गया है। खरीदारों को झांसा देने के लिए कालोनी के एक दो प्लाटों में निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया गया है। कालोनाइजरों ने सरकार व विभाग से किसी तरह की कोई एनओसी या अनुमति नहीं ली है। वही अवैध कालोनियों व अवैध निर्माण पर नजर रखने वाला जिला नगर योजनाकार विभाग शहर में विकसित हो रही इस अवैध कालोनी को लेकर अनभिज्ञ बना हुआ है। सरकारी विभाग कार्रवाई के लिए लोगों के फंसने का इन्तजार कर रहे हैं। अक्सर ये देखने में आता है कि जब लोग अवैध कालोनी में प्लाट खरीद कर निर्माण करते है तो उसके बाद ही डीटीपी की टीम निर्माण को गिराने पहुंचती है। लेकिन अवैध कालोनी काटे जाने की आरम्भिक स्थिति में कार्रवाई नहीं की जाती। खरीदार बनकर कालोनाइजर से फोन पर हुई बातचीत : सवाल - हैलो, पनौड़ी रोड पर कालोनी आपने काटी है?
जवाब - जी हां।
सवाल - क्या रेट निकाले हैं प्लाट के?
जवाब - पनौड़ी रोड से लगती दुकानों के प्लाट का रेट 12 लाख है, रिहायशी प्लाट के रेट साढ़े 10 हजार व 11 हजार रुपये प्रति गज है।
सवाल - ये वैध है या अवैध?
जवाब - आस-पास चारों तरफ बसासत है, अप्रूड ही है, देख लो ये तीन एकड़ अप्रूड होने में कितना समय लगेगा।
सवाल - रेट में कुछ गुंजाइश है?
जवाब - रेट ये ही कन्फर्म हैं, साइट पर भी हमारे बंदे होते हैं। वर्जन-
पुलिस फोर्स नहीं मिलने के कारण अवैध कालोनियों में तोड़फोड़ की कार्रवाई नहीं हो रही। पनौड़ी रोड पर कालोनी काटने के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। सोमवार को इस कालोनी के बारे में छानबीन की जाएगी। घरौंडा में कई अवैध कालोनियों के खिलाफ नोटिस जारी किए गए हैं।
-विक्रम सिंह, जिला नगर योजनाकार अधिकारी करनाल।