Honeytrap: महिला Phone करते-करते करने लगी अश्लील बातें, यूं फंस गई अपने ही बुने जाल में
एक महिला व्यक्ते से पहले दोस्ती की बातें करने लगी। धीरे-धीरे वह अश्लील बातें भी करने लगी। इसके बाद उसने खेल शुरू किया लेकिन वह अपने ही जाल में फंस गई।
जेएनएन, करनाल। गांव सिरसी निवासी एक व्यक्ति के पास 10 जुलाई को एक महिला का फोन आया। उसने अपना नाम आरती बताया। पहले वह दोस्ती की बातें करने लगी। धीरे-धीरे वह अश्लील बातें भी करने लगी। इसके बाद वह अगले दो दिन भी कई- कई बार फोन करती रही। खुद को निसिंग निवासी बताते हुए अपने घर बुलाया। 13 जुलाई को जैसे ही वह गुल्लरपुर रोड पर उसके घर उसे बार-बार फोन कर परेशान न करने के लिए कहने पहुंचा तो इसके बाद उसे ब्लैकमेल करने का सिलसिला शुरू हो गया।
दरअसल, महिला अपने पति के साथ मिलकर उसे जाल में फंसा रही थी। जब घर पहुंचा तो उस पर छेडछाड़ के आरोप लगा मामला दर्ज कराने की धमकी देते हुए एक सप्ताह में चार लाख रुपये देने की मांग की गई। आरोपित पति-पत्नी पैसे के लिए दबाव बनाने उसके घर भी पहुंचे तो पीड़ित पुलिस के पास पहुंचा और फिर दोनों आरोपित ही पुलिस के जाल में फंस गए।
पहले कमरे में बैठाया और फिर शुरू कर दी अश्लील हरकत
पीड़ित ऋषिपाल ने बताया कि वह आरती के घर पहुंचा तो उसे एक कमरे में बैठा दिया। महिला उससे अश्लील हरकत करने लगी। उसे रोकने का प्रयास किया तो तभी बाहर बैठे दो व्यक्ति व सीमा नामक महिला भी वहां आ गई। उसकी जेब से करीब पांच हजार रुपये निकाल लिए और एक सप्ताह में चार लाख का इंतजाम करने की धमकी दी। उसे कहा कि वह पुलिस मामले से बचना चाहता है तो एक सप्ताह में यह राशि देनी होगी। उस समय यह राशि देना स्वीकार कर लिया तो उसे बार-बार पैसे देने के लिए दबाव डाला जाने लगा।
जब चार लाख रुपये लेने पहुंच गए ऋषिपाल के घर
ऋषिपाल ने बताया कि एक दिन सीमा व उसका पति रामजीत उसके घर भी पहुंच गए। उस समय वह किसी कार्य के चलते घर से बाहर गया हुआ था तो वही से उसे फोन कर चार लाख रुपये देने की मांग की। इस पर असमर्थता जताई तो उन्होने दो दिन बाद मामला दर्ज कराने की धमकी दी। इसके बाद वे घर से गए तो फिर भी बार-बार धमकी देते रहे।
बेइज्जत होने का डर
पीड़ित जमींदार ऋषिपाल ने बताया कि पहले वह महिला की धमकी के चलते डर गया था। उसने कई दिन यह बात किसी से नहीं बताई। फिर हौसला कर अपने रिश्तेदार एवं गांव पूंडरक के पूर्व सरपंच जयपाल व राजेंद्र को बताई। उन्होंने उसे हौसला दिया तो वह पुलिस तक पहुंचा। इसके बाद पुलिस ने दोनों को काबू किया। बता दें कि आरोपी महिला का पति रामजीत मजदूरी करता है।
दर्ज नहीं होगा मामला
टीम के इंचार्ज एसआइ रणवीर सिंह ने बताया कि ऋषिपाल ने पुलिस को पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि वह आरोपितों से बचना चाहता है। महिला नहीं मानी तो उसने पुलिस को फिर शिकायत दी। इसके बाद पुलिस टीम ने कार्रवाई की। ऋषिपाल पर पर कोई मामला नहीं बनता।
ऐसे बनाया डिटेक्टिव स्टाफ ने जाल और फंस गए फंसाने वाले
शिकायत मिलने के बाद निरीक्षक विरेंद्र राणा द्वारा उप-निरीक्षक रणबीर सिंह की अध्यक्षता में महिला पुलिसकर्मी सहित एक टीम का गठन किया गया, जिसमें एचसी कृष्ण कुमार, नवीन कुमार व सत्यवान भी शामिल किए गए। टीम ने दो- दो हजार के 20 नोट हस्ताक्षर कर ऋषिपाल को दिए और जैसे ही पुलिस टीम के बताए अनुसार उन्हें कुचपुरा व सिंघड़ा बस अड्डे के पास जहां पर सिंघड़ा को सड़क मुड़ती है पर मिलने को कहा। वहां पहुंचने के कुछ देर बाद आरोपित सीमा व उसका पति रामजीत वहां पर उससे राशि लेने आए। राशि देते समय पुलिस टीम की ओर इशारा कर दिया तो उसे उन्हें उसी समय टीम ने दबोच लिया।
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