खस्ताहाल कैथल रोड दे रहा राहगीरों को जख्म
संवाद सूत्र, नि¨सग : बीते दो वर्षों से करनाल-कैथल रोड कई जगह से खस्ताहाल बना हुआ है। जिस पर
संवाद सूत्र, नि¨सग : बीते दो वर्षों से करनाल-कैथल रोड कई जगह से खस्ताहाल बना हुआ है। जिस पर वाहन दौड़ाना तो दूर चलाना भी मुश्किल है। गहरे गड्ढों में तबदील कैथल रोड खुद अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है, लेकिन विभाग के अधिकारियों ने अपनी मनमानी करते हुए सड़क दुरूस्त करने में गंभीरता नही दिखाई। जिसका खामियाजा राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है। कैथल रोड स्टेट हाईवे पीडब्ल्यूडी विभाग के अंर्तगत आता है। जो इस कदर टूट चुका है जिस पर चलने में लोग गुरेज करने लगे हैं। निजी वाहनों में नि¨सग से करनाल जाने वाले अधिकतर लोग अपना रास्ता बदलते हुए सीतामाई रोड से करनाल आवागमन करना अधिक पसंद करते हैं। एक ओर जहां टूटी सड़क लोगों को आए दिन जख्मों पर जख्म दे रही है। वहीं सड़कों पर वाहन भी खटारा बन रहे हैं। टूटी सड़क पर सफर में समय भी अधिक लगता है। वाहन चालक महेंद्र ¨सह, पवन कुमार, राजाराम, राजू, तरसेम बंभड़ी, सतपाल, सुच्चा ¨सह, राजेंद्र कुमार, मुनीष कुमार, प्रवीन कुमार, स¨तद्र अरोड़ा, दिनेश राणा, सुनील कश्यप, विजय शर्मा, संजय राणा व सुरजीत कुमार सहित अन्य का कहना है था कि प्रदेश के सीएम ने कैथल रोड को फोरलेन बनाने की घोषणा की है लेकिन हकीकत में दो लाईन भी दुरूस्त नही है। कैथल रोड ही नही, असंध रोड, नि¨सग से गोंदर रोड, नि¨सग से गुल्लरपुर रोड, नि¨सग से बरास रोड व नि¨सग से ¨सघड़ा रोड सहित सभी सड़कों पर विकास झलक रहा है। जिनसे गुजरना किसी बड़ी चुनौती से कम नही है। सड़कों में दोपहिया वाहन चालक चोटिल हो रहे हैं, जबकि बड़े वाहन क्षतिग्रस्त हो रहे है। टूटी सड़क पर धूल उड़ती है। टूटी सड़क पर कई जगह निकले पत्थरों में बाइक सवारों को फिसलने का भी भय बना हुआ है। सड़क की बदहाल स्थिति लंबे समय से दयनीय है लेकिन विभाग के अधिकारियों ने सड़क को दुरूस्त करने की जहमत नही उठाई। कुछ लोगों में सीएम के गोंदर आगमन की खबर सुनकर सड़क दुरूस्त होने की आस जगी है। इस संबंध में विभाग के जेईई राजेंद्र अरोड़ा का कहना था कि उनकी जानकारी के मुताबिक सड़क जब भी बनेगी फोरलेन ही बनेगी। उनकी ओर से गड्ढों में पत्थर डालकर पैच लगा दिए जाएंगे। जिसका काम आज ही शुरू कर दिया जाऐगा ताकि सड़क परे गड्डों के कारण चालकों को परेशानी ना हो।