हरपल गीत गुनगुनाना ए दिल उदास न हो..
फ्लैग: अपना विचार मंच की मासिक बैठक में चला कविताओं का दौर जागरण संवाददाता, करनाल अप
फ्लैग: अपना विचार मंच की मासिक बैठक में चला कविताओं का दौर जागरण संवाददाता, करनाल
अपना विचार मंच की मासिक बैठक निर्मल धाम में हुई। मुख्य अतिथि के रूप में मंच की प्रधान चरणजीत कौर चंडीगढ़ से पहुंची। बैठक की अध्यक्षता जेसी आनंद ने की। वहीं डा. महेंद्र चौधरी विशेष रूप से उपस्थित रहे। मंच संचालन पीडी कपूर ने किया। बैठक में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा किए गए नित निर्णय के बारे में चर्चा हुई। पहले तो समलैंगिक के संदर्भ में और अब धारा 497 को रद करने का जो निर्णय लिया है, पर सभी ने अपने अपने विचार प्रस्तुत किए। कुछ ने कहा कि ये निर्णय भविष्य में खतरनाक साबित होंगे और कुछ ने इसका समर्थन किया। उन्होंने कहा कि हमें अपने परिवार के प्रत्येक सदस्य को एक-दूसरे पर पूर्ण विश्वास करते हुए विवेक से काम लिया गया तो कोई खतरा नहीं होगा। इस बारे में काउंसि¨लग की भी आवश्यकता है। पीडी कपूर ने कहा कि उन्होंने कहा कि कानून अपनी जगह ठीक है। वहीं, सामाजिक मान्यताएं और सिद्धांतों पर भी हमें चलना है। रूढ़ीवादिता को छोड़कर तरक्की के साथ कदमताल करना चाहिए। अपने बच्चों को शिक्षा दें कि वह मर्यादाओं का कभी भी जीवन में उल्लंघन नहीं करें।
बैठक में कवियों ने भी अपनी प्रस्तुतियां दी। कुल¨जद्र ¨सह विर्क ने कहा हरपल गीत गुनगुनाना ए दिल उदास न हो, हर कदम पे मुस्कुराना ए दिल उदास न हो। जेआर कालड़ा ने कहा धन के हाथों बिक गए हैं सब कानून अब किसी जुर्म की सजा ही नहीं। इंदूलेखा ने कहा जदों मेरी अर्थी उठा के चलण गे, मेरे यार सब मुस्कुरा के चलणगे। इसी तरह सरोज शर्मा, आरएन चांदना, मोहम्मद साबिर खान, मानव, अमन, दिलीप, त्रिलोचन बल, महक, जेसी आनंद, सरोज कथूरिया, हरदयाल कथूरिया, वाजिद, डा. म¨हद्र चौधरी, भारत भूषण व दिलबाग ने भी अपने अपने विचार रखे। बैठक के अंत में दैनिक जागरण के दिवंगत फोटोग्राफर अनिल भंडारी व पत्रकार जो¨गद्र मित्तल को भी दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दी गई।