दिवाली पर 4 साल में इस बार सबसे ज्यादा महंगा सोना, 27 से 32 हजार पर पहुंचा
जागरण संवाददाता, करनाल दिवाली और धनतेरस का त्योहार लोग सोना और चांदी की खरीदारी करके मनाते हैं। इन त्योहारों पर खरीदारी के पीछे एक कारण रेट सस्ता मिलेगा, लेकिन इस बार हालात उम्मीद से विपरीत हैं। पिछले चार वर्षो के मुकाबले इस बार सोने का रेट 5050 रुपये तक बढ़ा है।
जागरण संवाददाता, करनाल
दिवाली और धनतेरस का त्योहार लोग सोना और चांदी की खरीदारी करके मनाते हैं। इन त्योहारों पर खरीदारी के पीछे एक कारण रेट सस्ता मिलेगा, लेकिन इस बार हालात उम्मीद से विपरीत हैं। पिछले चार वर्षो के मुकाबले इस बार सोने का रेट 5050 रुपये तक बढ़ा है। सराफा व्यापारी इसे अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के दाम में तेजी बता रहे हैं। इसके अलावा सोने के दाम चार साल में सबसे तेज रहने की वजह पिछले साल की तुलना में रुपये का लगातार कमजोर होना भी माना जा रहा है। पिछले साल इन दिनों डॉलर के दाम 63 रुपये थे। जबकि इस बार डॉलर की कीमत 75 रुपये के आसपास है। इससे अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के दाम में तेजी है। विदेशी बाजार की तेजी का घरेलू मार्केट का भी असर
विदेशी बाजार में सोने के दाम में तेजी का असर घरेलू बाजार पर भी हुआ है। इसलिए दाम लगातार बढ़ रहे हैं। सराफा व्यापारी ओम और अशोक के अनुसार रुपया लगातार कमजोर हो रहा है। इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार तेजी बनी हुई है। इससे सोने के दाम में तेजी का रुख है। दीपावली के बाद शादियों के सीजन का शुरू होने से डिमांड भी बढ़ेगी। दो वर्षो से मार्केट कमजोर
सराफा व्यापारी प्रकाशचंद बंसल के अनुसार सोना 32 हजार 450 रुपए प्रति दस ग्राम बिक रहा है। दो वर्षो से मार्केट कमजोर है। उन्होंने बताया कि जीएसटी और नोटबंदी का असर होने के कारण भी दो वर्ष व्यापार में मंदी रही। इस बार सीजन ठीक लगने की उम्मीद है। दाम बढ़ने का कारण रुपये का कमजोर होना भी माना जा रहा है। धनतेरस और दिवाली पर सोने की अच्छी बिक्री होने की उम्मीद है। पेट्रोल-डीजल के रेट बढ़ना भी कारण
सराफा व्यापारियों के मुताबिक सोने के रेट बढ़ने के पीछे का कारण पेट्रोल और डीजल के रेट के बढ़ना भी माना जाता है। उन्होंने बताया कि इनके रेट बढ़ने के ट्रांसपोर्ट और अन्य खर्च भी बढ़ते हैं। बढ़ते सोने के भाव एक नजर में
वर्ष रेट प्रति 10 ग्राम
2015 27,400
2016 30,500
2017 31,150
2018 32,450