प्रभु को कभी नहीं भूले इंसान-चित्रलेखा
कर्णेश्वरम मंदिर में श्री कर्णेश्वर भागवत समिति की ओर से श्रीमद्भागवत कथा भक्ति ज्ञान यज्ञ के छठे दिन की कथा में कथा व्यास देवी चित्रलेखा ने कहा कि कि कृष्ण का जन्म इसलिए हुआ कि धरती पर कोई दुष्ट प्रभु की भक्ति करने से ना रोके।
प्रभु को कभी नहीं भूले इंसान-चित्रलेखा
जागरण संवाददाता, करनाल
कर्णेश्वरम मंदिर में श्री कर्णेश्वर भागवत समिति की ओर से श्रीमद्भागवत कथा भक्ति ज्ञान यज्ञ के छठे दिन की कथा में कथा व्यास देवी चित्रलेखा ने कहा कि कि कृष्ण का जन्म इसलिए हुआ कि धरती पर कोई दुष्ट प्रभु की भक्ति करने से ना रोके। उनके कारण ही आप यहां पर भागवत सुन रहे हैं। इसलिए इंसान को कभी प्रभु को नहीं भूलना नहीं चाहिए। इसलिए इंसान को जीवन मे अच्छे कर्म करे, जिससे कि उसका आने वाला जीवन अच्छा व्यतीत हो। जीवात्मा को अपनी बाणी का संयम से प्रयोग करना चाहिए। जब-जब मनुष्य ईश्वर भक्ति के सनातन-पुरातन मार्ग को छोड़कर मनमाना आचरण करने लगता है तो इससे धर्म के संबंध में अनेक भ्रांतियां फैल जाती हैं। धर्म के नाम पर विद्वेष, लड़ाई-झगड़े, भेद-भाव, अनैतिक आचरण होने लगता है तब प्रभु अवतार लेकर इन बाह्य आडंबरों से त्रस्त मानवता में ब्रह्मज्ञान से प्रत्येक मनुष्य के अंदर वास्तविक धर्म की स्थापना करते हैं। कथा व्यास चित्रलेखा ने आज रासलीला प्रसंग, गोपी उद्धव संवाद, रुक्मिणी विवाह की कथा का वर्णन किया। कथा के छठे दिन अटूट भण्डारा चलता रहा। श्रद्धालुओं ने भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। इस मौके पर कथा मे समिति के प्रधान नरेश गुप्ता, हरिप्रसाद, नरसिंह गोयल, मनोज गुप्ता, तरसेम लाल, मीडिया प्रभारी बीडी ओवरसीज के प्रवीन गर्ग, पुनीत मित्तल, नवदीप मित्तल, सी पी गोयल, हरबिलास गुप्ता, पंकज गर्ग, राधेश्याम गर्ग, राजेश गुप्ता विमल बंसल, मनोज गर्ग, अजय गुप्ता और संजय गुप्ता उपस्थित थे।