Move to Jagran APP

बच्चों ने अंदर तो अभिभावकों ने बाहर दी परीक्षा ने दी

जागरण संवाददाता करनाल 134-ए के तहत दूसरी से बारहवीं कक्षा की परीक्षा शंतिपूर्वक संपन्न हुई।

By JagranEdited By: Published: Mon, 15 Apr 2019 08:49 AM (IST)Updated: Mon, 15 Apr 2019 08:49 AM (IST)
बच्चों ने अंदर तो अभिभावकों ने बाहर दी परीक्षा ने दी
बच्चों ने अंदर तो अभिभावकों ने बाहर दी परीक्षा ने दी

जागरण संवाददाता, करनाल : 134-ए के तहत दूसरी से बारहवीं कक्षा की परीक्षा शंतिपूर्वक संपन्न हुई। 10356 में से 9362 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी जबकि 994 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। जिले के सभी छह खंडों में कुल 19 केंद्रों पर 134ए की परीक्षा ली गई। स्कूलों में गर्मी के मौसम में बच्चे परीक्षा दे रहे थे तो बाहर माता-पिता बच्चों की चिता में पसीने-पसीने हो रहे थे।

loksabha election banner

बता दें कि शुक्रवार को विभाग ने विद्यार्थियों के रोल नंबर जारी कर दिए थे। करनाल ब्लॉक में कुल 8 परीक्षा केंद्र बनाए गए जहां दूसरी से बारहवीं क्लास में दाखिला लेने के लिए कुल 4723 विद्यार्थी परीक्षा की तैयारी की गई थी। राजकीय सीसे स्कूल करनाल में सुबह आधा घंटे पेपर लेट शुरू हुआ जिससे बच्चों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस सेंटर में कक्षा 2 के लिए 891 बच्चों ने परीक्षा दी। बच्चे संभालते दिखे आधार कार्ड

परीक्षा में हिस्सा लेने के लिए गवर्नमेंटर सीसे स्कूल के सेंटर में आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र या बीपीएल राशन कार्ड की मूल व स्वयं सत्यापित प्रति के साथ दिखाई दिए। बच्चों से नाम पूछने पर अपना आधार कार्ड आगे दिखा दिया। वहीं, बीईओ चंद्रेश विज ने बताया कि परीक्षा पूरे समय पर शुरू हो जाएगी। परीक्षार्थियों को सुबह 9 बजे से ही केंद्र में प्रवेश कराना शुरू कर दिया जाएगा। आठ केंद्रों पर 4723 विद्यार्थी परीक्षा देंगे। कुछ रोते तो कुछ खुश दिखे बच्चे

फोटो 56 से 60 व 62, 63

गवर्नमेंट सीसे स्कूल में कक्षा दो के लिए 891 बच्चों ने परीक्षा दी। परीक्षा देने के लिए कुछ नौनिहाल खुश थे लेकिन कुछ माता-पिता से अलग होने के कारण रोने को मजबूर थे। रो रहे बच्चों के लिए शिक्षक ही अभिभावक बने हुए थे। पलक, नितिका, रिद्धिमा, रुद्राक्ष, हर्षिता, निमरत जब परीक्षा देकर छूटे तो काफी खुश थे, जबकि रुद्राक्ष शांत रहने का इशारा करने लगा। निमरत काफी देर तक पेरेंट्स से दूर रहने के कारण सेंटर में रो रही थी, जिसे शिक्षक संभाल रहे थे। परीक्षा खत्म होने के बाद माडल टाऊन निवासी गीता को जब बेटी गरिमा दिखाई नहीं दी तो वे अपने आंसू नहीं रोक सकी। स्कूल स्टाफ ने उन्हें दिलासा देते हुए बच्ची को उनके हवाले किया। कुछ बच्चों के परिजनों ने व्यवस्था को लेकर रोष जताया। प्रिसीपल सुखबीर सिंह ने बताया कि सेंटर में व्यवस्था के लिए कुछ देर हुई क्योंकि बच्चे छोटे थे। बच्चों के पानी व बाथरूम के लिए अलग से स्टाफ को तैनात किया गया था। नीलोखेड़ी में 1626 विद्यार्थियों ने दी परीक्षा

नीलोखेड़ी के परीक्षा में 1626 विद्यार्थियों ने भाग लिया। जबकि 1727 फार्म भरे गए थे। खंड शिक्षा अधिकारी धर्मपाल ने बताया कि 134-ए की परीक्षा के लिए दो सीनियर सेकेंडरी स्कूल, डीएवी स्कूल व स्वामी श्रद्धानंद स्कूल चार सेंटर बनाए गए थे। चार सेंटरों के चार अ‌र्ब्जबर नियुक्त किए गए थे और एक उड़नदस्ता भी नियुक्त किया गया, जिसने समय समय पर सेंटरों पर जा कर जांच की। उन्होंने बताया कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर सेंटर पर पुलिस कर्मचारी तैनात थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.