चार दिन बाद भी नहीं लिया शव धरना जारी
पानीपत में कर्मबीर की हत्या के चार दिन बाद भी परिजनों ने शव नहीं लिया और अस्पताल में धरना दिया।
जागरण संवाददाता, करनाल : कुराड़ निवासी कर्मबीर के परिजनों ने अपने समाज के लोगों के साथ रविवार को चौथे दिन भी कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज के शव गृह के बाहर धरना प्रदर्शन जारी रखा। अभी तक परिजनों ने मृतक कर्मबीर का शव नहीं लिया है। पुलिस की तरफ से उन्हें समझाने की कोशिश की गई लेकिन वे लोग अपनी मांग पर अड़े रहे। साथ ही उन्होंने पुलिस पर भी आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की वा आरोपितों के साथ पुलिस की मिलीभगत के आरोप लगाए। पीड़ितों ने पानीपत पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया। उनका कहना था कि पुलिस की लापरवाही के कारण कर्मबीर की जान गई है। उनका कहना है कि अभी भी पुलिस मामले को दबाने में ही लगी हुई है। उनकी मांग है कि इस मामले की जांच स्पेशल टीम से कराई जाए जिससे उन्हें इंसाफ मिल सके। इधर, परिजनों की मांग से करनाल पुलिस की दिन भर सांस अटकी रही। पुलिस परिजनों को समझाने में लगी रही। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने सोमवार 10 बजे तक आरोपितों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की तो पानीपत एसपी दफ्तर के सामने धरना प्रदर्शन करेंगे। --बॉक्स----
यह है मामला
गांव कुराड़ निवासी 35 वर्षीय कर्मबीर पानीपत की सब्जी मंडी में सब्जी बेचने का काम करता था। वीरवार को उसकी सब्जी मंडी में आढ़ती के मुनीम से कहासुनी हो गई थी जिसके बाद आढ़ती और मुनीम उसे पीटने लगे। पास में ही अपनी दुकान लगाए उनके बड़े भाई रणधीर ने बीच-बचाव किया। आरोपितों ने उन्हें भी मारना शुरू कर दिया रणधीर ने सब्जी मंडी के बाहर खड़े पुलिसकर्मी को घटना की जानकारी दी तो पुलिस कर्मी ने बलजीत नगर नाका चौकी भेज दिया। जब तक वह पुलिस को लेकर वापस आया उसके भाई को गंभीर रूप से घायल कर दिया गया। घायल को सामान्य अस्पताल ले जाया गया जिसमें घायल को प्राथमिक उपचार देने के बाद उसे करनाल कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कालेज लाया गया। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।