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डेंगू के पांच नए मामले मिले, आंकड़ा बढ़कर 74 तक पहुंचा

जिले में डेंगू को लेकर खराब हो रहे हालात को लेकर न केवल आम आदमी बल्कि स्वास्थ्य विभाग भी चितित है। लोगों को उम्मीद है कि तापमान में कमी आने के बाद डेंगू से छुटकारा मिल जाएगा लेकिन ऐसा नहीं है। विशेषज्ञों के मुताबिक डेंगू का मच्छर 10.0 डिग्री से 45.0 डिग्री सेल्सियस तापमान तक अपने आपको जीवित रखने में सक्षम है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 24 Oct 2021 06:59 PM (IST)Updated: Sun, 24 Oct 2021 06:59 PM (IST)
डेंगू के पांच नए मामले मिले, आंकड़ा बढ़कर 74 तक पहुंचा
डेंगू के पांच नए मामले मिले, आंकड़ा बढ़कर 74 तक पहुंचा

जागरण संवाददाता, करनाल: जिले में डेंगू को लेकर खराब हो रहे हालात को लेकर न केवल आम आदमी बल्कि स्वास्थ्य विभाग भी चितित है। लोगों को उम्मीद है कि तापमान में कमी आने के बाद डेंगू से छुटकारा मिल जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं है। विशेषज्ञों के मुताबिक डेंगू का मच्छर 10.0 डिग्री से 45.0 डिग्री सेल्सियस तापमान तक अपने आपको जीवित रखने में सक्षम है। तापमान में गिरावट आती है तो वह अपनी जगह बदल लेता है। इसलिए लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। डेंगू के बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी की गई गाइडलाइन का पालन करने की जरूरत है।

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बेकाबू हो रहे हालात

जिले में डेंगू को लेकर बेकाबू होते जा रहे हैं। रविवार को जिले में पांच नए मामले सामने आए हैं। अब कुल केसों की संख्या बढ़कर 74 तक पहुंच गई है। सोमवार को कुल 75 सैंपल की रिपोर्ट आएगी। डेंगू को लेकर निजी से लेकर सरकारी अस्पताल खचाखच भरे हुए हैं। कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कालेज में दूसरे जिलों के मरीजों का भी बोझ बढ़ रहा है। आसपास के जिलों से मरीज दाखिल हो रहे हैं। अक्टूबर माह में डेंगू के मामले पीक हैं।

एक माह का होता मच्छर का जीवन चक्र

जिला मलेरिया अधिकारी डा. मंजू पाठक के मुताबिक मच्छर का जीवन चक्र एक माह का होता है। वह 10 डिग्री से 45 डिग्री तक खुद को जीवित रख सकते हैं। मच्छर को लगता है कि तापमान उसके अनुकुल नही है तो वह ऐसी जगह का चयन करते हैं जहां पर वह जीवित रह सकें। ठंड की वजह से लोग कमरों को बंद रखते हैं, जहां पर मच्छर जीवित रह जाते हैं और अपने आपको जीवित रखते हैं।

पूरे दिन सक्रिय रहते मच्छर

शहर में अभी न्यूनतम स्तर पर भी तापमान सामान्य से अधिक बना हुआ है। मौसम में नमी बनी हुई है। यह परिस्थिति मच्छरों के लिए अनुकूल मानी जा रही है। तेजी से लार्वा पनप रहा है। मच्छर पूरे दिन सक्रिय हैं। शाम होते ही मच्छरों का हमला ज्यादा बढ़ जाता है।

प्रतिदिन मिल रहे मरीज

अस्पतालों में प्रतिदिन बुखार के पीड़ित मरीज जांच के लिए आ रहे हैं। इसमें जांच में डेंगू के पाजिटिव केस मिल रहे हैं। अच्छी बात यह है कि जिले में अब तक चिकनगुनिया व मलेरिया का कोई केस नहीं आया है। जिले में आशंकित मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। शहर में मलेरिया के केस नहीं हैं।

डेंगू से बचाव के लिए टीमें लगातार जुटी

सिविल सर्जन डा. योगेश शर्मा ने कहा कि डेंगू से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार जुटी हैं। लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। घरो में साफ-सफाई रखें। पानी जमा ना होने दें। लोग फुल स्लीव के कपड़े पहनें। विभाग की ओर से एंटी लारवा एक्टिविटी लगातार जारी है। जांच के पुख्ता प्रबंध हैं। सभी सहयोग करेंगे तो डेंगू से बचाव किया जा सकता है।


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