सब इंस्पेक्टर की परीक्षा के लिए मारामारी, सड़कों पर जाम
जागरण संवाददाता, करनाल हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ओर से आयोजित पुलिस सब इंस्पेक्टर
जागरण संवाददाता, करनाल
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की ओर से आयोजित पुलिस सब इंस्पेक्टर पद की लिखित परीक्षा रविवार को जिले में शांतिपूर्वक संपन्न हुई, लेकिन परीक्षा से शहर और हाईवे पर लगने वाले जाम से लोगों को कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ा। रविवार को जिले में 67 केंद्रों पर परीक्षा हुई। जहां सुबह के सत्र में 13956 पुरुष और शाम के सत्र में 11915 महिला परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। जबकि कुल 41456 अभ्यर्थियों ने परीक्षा देनी थी। सेंटर घर से दूर होने के कारण दोनों सत्रों में कुल 15585 अभ्यर्थी परीक्षा नहीं दे पाए। इसमें 6772 पुरुष और 6772 महिलाएं अभ्यर्थियों के नाम हैं। परीक्षा में दोनों समय केंद्रों के बाहर पुलिस मुस्तैद रही। हर परीक्षा केंद्र पर पुलिस के जवान और अभ्यर्थियों की चें¨कग के लिए 16 फ्लाइंग ऑफिसर भी तैनात रहे। भारी संख्या में पहुंचे लोग, बेपटरी हुई व्यवस्था
एसआइ की परीक्षा से शहर के व्यवस्था चरमरा गई। कुल 25871 परीक्षार्थियों के अलावा इनके परिजनों के एक साथ सड़क पर उतरने से दिनभर सड़कों पर जाम के हालात रहे। वहीं बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन पर भी भीड़ देखने को मिली। भीड़ के कारण लोगों को ट्रेन में एंटर करने की भी जगह नहीं मिली। ऐसे में कई जगह इमरजेंसी ¨वडो तोड़ यात्री रेल में घुसते दिखाई दिए। जान जोखिम में डाल रेल और बसों के दरवाजों के अलावा छतों पर चढ़कर युवाओं ने सफर किया। 20 मीटर दूर ट्रेन फिर भी कूदकर कर रहे ट्रैक पार
रेलवे स्टेशन पर भी परीक्षा के चलते काफी भीड़ दिखी, दोपहर करीब डेढ़ बजे कुरुक्षेत्र की तरफ से आने वाली ट्रेन स्टेशन पर पहुंच चुकी थी। खुद से ट्रेन महज 20 मीटर की ही दूरी पर होगी, फिर भी चढ़ने के लिए युवा ट्रैक पार करते दिखाई दिए। वहीं जीआरपी के थाना प्रभारी अजय कुमार और आरपीएफ के थाना प्रभारी दलबीर ¨सह का शनिवार को यह दावा था कि परीक्षार्थियों को रेलवे की पटरी से दूर रखा जाएगा। इसके लिए सभी पुलिस जवान स्टेशन पर तैनात रहेंगे। लेकिन परीक्षा के दिन हालात उल्टे ही दिखाई दिए। जैमर और सीसीटीवी से रखी नजर
परीक्षा केंद्रों के नजदीक जैमर और सीसीटीवी से परीक्षार्थियों पर नजर रखी गई। परीक्षा केंद्रों में बिना पहचान पत्र के किसी भी परीक्षार्थी और ड्यूटी देने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों का प्रवेश नहीं होने दिया। पूरे परीक्षा केंद्रों की आयोग की ओर से वीडियोग्राफी करवाई गई। वहीं, जैमर से इंटरनेट स्लो होने के कारण लोगों को काफी दिक्कतों का भी सामना किया गया।