महिला कर्मचारियों ने दी गिरफ्तारी, फव्वारा चौक पर छोड़ा
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में महिला मजदूरों की मांगों को लेकर और परियोजना कर्मियों की हेड यूनियनों के राष्ट्रीय आह्वान पर करनाल में जेल भरो आंदोलन में सैकड़ों महिलाओं ने भाग लिया।
जागरण संवाददाता, करनाल:
महिला मजदूरों ने मांगों के लिए करनाल में जेल भरो आंदोलन में सैकड़ों महिलाओं ने भाग लिया। इस दौरान लघु सचिवालय पहुंचकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पुलिस ने महिलाओं को गिरफ्तार कर फव्वारा पार्क के नजदीक छोड़ दिया। गुस्साई महिलाओं ने दो टूक कहा कि मांगें पूरी नहीं होने तक उनका संघर्ष जारी रहेगा।
प्रदर्शन की अध्यक्षता कर्मचारी नेता बिजनेश, रूपा राणा, सुदेश देवी और शिमला देवी ने की। संचालन सीटू जिला प्रधान सतपाल सैनी और सचिव जगपाल राणा ने किया। इस दौरान लघु सचिवालय परिसर में भारी पुलिस बल तैनात रहा। वहीं, जोरदार नारेबाजी के बीच कर्मचारी नेताओं ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार महिला मजदूरों के हितों पर हमला कर रही है। विभिन्न योजनाओं आइसीडीएस, एचएचएम, मिड-डे-मील, एसएसए सहित घरेलू कार्यो में लगी महिला मजदूरों का शोषण हो रहा है। 80 लाख से अधिक महिलाओं को मजदूर के रूप में मान्यता नहीं दी जा रही। सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान मलकीत सिंह ने कर्मचारी विरोधी नीतियों की निदा की। सीटू राज्य सचिव वीरेंद्र मलिक ने बतौर मुख्य वक्ता महिला मजदूरों के संघर्ष का अभिनंदन करते हुए उन्हें अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का इतिहास बताया और मौजूदा भाजपा सरकार पर तीखा हमला किया। प्रशासन की तरफ से सिर्फ पुलिस विभाग की ही बसें थीं, जिन्होंने चार चक्कर लगाए। इस अवसर पर सतपाल सैनी, वीरेंद्र मलिक, ओपी माटा, कृष्ण शर्मा, जगपाल राणा, जोगा सिंह, मंजू फूसगढ़, ममता, संगीता, मोनिका, सर्वेश राणा, सुदेश, अमरजीत कौर, राकेश राणा, बिजनेश राणा, सुदेश, सुमन सुभरी, सरोज, रीना, मूर्ति, मलकीत सिंह, नरेश मेहला, जगमाल सिंह, भाग सिंह, रोशन गुप्ता, रोहताश, रामरती, शिमला और मूर्ति ने वर्करों को संबोधित किया।